गाजियाबाद। मसूरी गंगनहर में बृहस्पतिवार को पुल से कूदे हिमांशु का 30 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस का सहयोग नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने 20 हजार रुपये में चार निजी गोताखोर बागपत से बुलाए हैं जो कि हिमांशु की तलाश कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को हिमांशु अपने कुछ साथियों के साथ मसूरी गंगनहर में नहाने गया था।
साथियों का कहना है कि हिमांशु अचानक पुल पर पहुंच गया और कूदने लगा। उसे काफी मना किया लेकिन वह नहीं माना। उसे बचाने के लिए हैदर और जगराम गंगनहर में कूद गए लेकिन काफी प्रयास के बाद उसको नहीं तलाश सके। हिमांशु पानी में बह गया। हिमांशु के चाचा रोहताश ने बताया कि वे सभी बम्हेटा स्थित एक गोदाम में मजदूरी करते हैं। बृहस्पतिवार शाम को काम करने के बाद वे गंगनहर में नहाने गए थे। एसीपी मसूरी नरेश कुमार का कहना है कि एनडीआरएफ को सूचना दे दी गई थी। एनडीआरएफ टीम दूसरी जगह व्यस्त होने की वजह से नहीं आ सकी। एनडीआरएफ से संपर्क कर जल्द घटनास्थल पर आने की बात की जा रही है। परिजनों से भी संपर्क कर बातचीत की जा रही है।
हिमांशु के चाचा रोहताश ने बताया कि उन्होंने गंगनहर किनारे ही खाली मैदान में बैठ गए हैं। उन्होंने लाइट जलाने के लिए एक जनरेटर भी मंगवा लिया है। हिमांशु के मिलने तक यहीं रहेंगे। इसकी तलाश के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं