पटना। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के 20 साल पूरे होने पर निशाना साधा। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को इस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बिहार से लालटेन का पलायन हुआ। इससे पहले तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करके नीतीश सरकार पर निशाना साधा था। तेजस्वी ने ‘एक्स’ पर “कमल कमाल बर्बादी के 20 साल” लिखा। गिरिराज ने पलटवार करते हुए लिखा, “वह सही ही कह रहे हैं, तेजस्वी जरा अपने पिताजी लालू से बात कर लें कि बर्बादी किसे कहते हैं। अगर चरवाहा विद्यालय के बदले आईआईटी, एम्स, एनआईटी खुल गया है तो उसको बर्बादी ही कहेंगे।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर गड्ढे से सड़क बन गया, आज हम बेगूसराय से एक घंटे में पटना पहुंच गए। गरीबों को घर, शौचालय, गैस, बिजली और पानी मिल गया। पांच लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिल गया, तो यह सब बर्बादी ही तो है।” गिरिराज सिंह ने कहा, “बर्बादी और पलायन जरूर हुआ है, लेकिन लालटेन का पलायन हुआ है।
यह बदलता हुआ बिहार है। यहां पर नीतीश और नरेंद्र मोदी की सरकार है।” बता दें कि बिहार के लिए यह साल चुनावी साल है। ऐसे में यहां पर पक्ष-विपक्ष के राजनेताओं की तरफ से राजनीतिक बयानबाजी तेज है। तेजस्वी यादव भी प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर एनडीए सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। शराबबंदी को लेकर सरकार को घेरते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा, “शराबबंदी के काले कानून से बिहार में 40 हज़ार करोड़ से अधिक के अवैध कारोबार, उगाही, भ्रष्टाचार, घूसखोरी और तस्करी आधारित समानांतर काली अर्थव्यवस्था स्थापित कर दिया गया है! उन्होंने लिखा, “शराबबंदी कानून के तहत अब तक 9 लाख 36 हजार 949 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में 14 लाख 32 हजार 837 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं। इनमें से लगभग 14 लाख, 20 हजार 700 से अधिक लोग गरीब, दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों के है यानी 99% से भी अधिक इन्हीं कमजोर वर्गों के हैं! यह नीतीश सरकार का दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा विरोधी चरित्र स्पष्ट रूप से दिखाता है!”