नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने बिना पुरुष साथी- मेहरम के मुस्लिम महिलाओं द्वारा हज यात्रा पर जाने को बड़ा बदलाव करार देते हुए रविवार को कहा कि यह बहुत संतोष देने वाला घटनाक्रम है।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपनी मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 103 वे संस्करण में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन मुस्लिम महिलाओं ने चिट्ठियां लिखी है , जो हाल ही में हज यात्रा करके आई हैं। उनकी ये यात्रा कई मायनों में बहुत खास है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने, हज की यात्रा, बिना किसी पुरुष सहयोगी या मेहरम के बिना पूरी की है।
उन्होंने कहा, “और ये संख्या सौ-पचास नहीं, बल्कि, चार हज़ार से ज्यादा है – यह एक बड़ा बदलाव है।”
प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहले, मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम, ‘हज’ करने की इजाजत नहीं थी। बिना मेहरम ‘हज’ पर जा रही महिलाओं के लिए ख़ासतौर पर महिला समन्वयक नियुक्ति की गई थी।
मोदी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपूर सराहना हो रही है। मुस्लिम माताओं और बहनों ने इस बारे में मुझे काफी कुछ लिखा है। अब, ज्यादा से ज्यादा लोगों को ‘हज’ पर जाने का मौका मिल रहा है। ‘हज यात्रा’ से लौटे लोगों ने, विशेषकर हमारी माताओं-बहनों ने चिट्ठी लिखकर जो आशीर्वाद दिया है, वो अपने आप में बहुत प्रेरक है।