Tuesday, November 5, 2024

अमरोहा में सरकारी किताबें बेची जा रही थी रद्दी में , बीएसए दफ्तर के 3 कर्मचारी किये गए गिरफ्तार

अमरोहा- उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में 10 हजार सरकारी किताबों को रद्दी के भाव बेचने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सरकारी पाठ्य पुस्तिकायें बरामद की हैं।


जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग दो कर्मचारियों को पहले ही निलंबित कर चुका है।
थाना सैदनगली क्षेत्र के कनैटा गांव से सरकारी किताबें रद्दी के भाव बेचने का मामला उजागर होते ही खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) द्वारा तीन लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता वर्मा ने बताया कि गत सात फरवरी को अमरोहा के हसनपुर ब्लाक के गांव कनेटा में एक निजी आवास में सरकारी किताबें पायी गई थीं। खंड शिक्षा अधिकारी गंगेश्वरी ने इस मामले में जयपाल सिंह और सतेंद्र सिंह (कार्यालय सहायक) विद्यालय चंदनपुर विकास खंड गंगेश्वरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।


बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी जोया संजय कुमार कौशल को 15 दिन में मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। खंड शिक्षा अधिकारी गंगेश्वरी आयशा बी की तहरीर पर कबाड़ी के ससुर फारुख और किताबों की आपूर्ति बालाजी एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर राजू के खिलाफ सैदनगली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई थी।


मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनकी निशानदेही पर पाठ्य पुस्तकें और वर्कबुक बरामद की हैं।
आरोप है कि सात फरवरी को थाना सैदनगली क्षेत्र के गांव कनेटा में कबाड़ी के ससुर फारुख के घर से सरकारी किताबों को जिस समय डीसीएम में भरा जा रहा था। भनक लगने पर ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी।

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने विभागीय अधिकारियों को प्रकरण से अवगत कराया गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) गीता वर्मा, नायब तहसीलदार महेंद्र कुमार यादव, खंड शिक्षा अधिकारी आयशा बी समेत विभाग के अन्य अधिकारी सैदनगली थाने पहुंच गए थे।


गौरतलब है कि मंडलायुक्त आंज्नेय कुमार सिंह ने शासन के निर्देश पर अमरोहा जिले में बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए बेसिक स्कूलों को गोद ले रखा है। दूसरी ओर नौनिहालों के सपनों को रद्दी में बेचे जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग के दो कर्मचारियों को बीएसए द्वारा निलंबित कर खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की 15 दिन में जांच के निर्देश दिए हैं।

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