चंडीगढ़। हरियाणा के यमुनानगर जिले में चल रही राइस मिल से तीन करोड़ रुपये कीमत का सरकारी धान गायब होने का मामला सामने आया है। जिसके बाद सरकार के आदेशों पर मिल मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा भंडारित सरकारी धान को खुर्द बुर्द करने के आरोप में यमुनानगर की शाकुंभरी राइस मिल मालिक एवं गारंटरों के विरुद्ध यमुनानगर के थाना प्रतापनगर में एफ.आई.आर दर्ज करवाई गई है।
सरकारी प्रवक्ता ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में जारी जानकारी में बताया कि विभाग को यमुनानगर की इस मिल से भंडारित सरकारी धान के भारी मात्रा में कम होने की मौखिक सूचना प्राप्त हुई थी। इस सूचना पर विभाग की ओर से तुरंत एक्शन लिया गया और जांच करने पर अधिकारियों ने पाया कि शाकुंभरी मिल से 38 हजार से अधिक भंडारित सरकारी धान के कट्टे कम हैं।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजेश नागर ने बताया कि यमुनानगर की शाकुंभरी राइस मिल को मिलिंग कार्य हेतु खरीफ वर्ष 2024-25 के अंतर्गत 67 हजार 759 सरकारी धान के बैग अलॉट किए गए थे।
धान के बैग कम होने की सूचना पर तुरंत एक्शन लेते हुए विभाग के अधिकारियों ने मिल की भौतिक जांच की। इस जांच में 38 हजार से अधिक सरकारी धान के कट्टे कम पाए गए। जिससे सरकार को तीन करोड़ 29 हजार का भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि इस मिल के बाकी सरकारी भंडारित धान को ऑक्शन के माध्यम से बेचा जाएगा। नागर ने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी जांच करवाई जा रही है। जांच में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में अगर विभागीय कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभुगत सामने आती है तो उनके विरूद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।