शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में चर्चित खनन माफिया और उसके साथियों द्वारा अवैध मिट्टी खनन का काला कारोबार बदस्तूर जारी है। जिसके संबंध में ग्राम पंचायत सदस्य जिला अधिकारी से अवैध मिट्टी खनन की शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहाँ उसने प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार की जा रही शिकायतो के बावजूद भी मिट्टी खनन माफिया के विरुद्ध कोई कार्रवाई न किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि गांव के जंगलों में दिन रात भारी भरकम मशीनों से माफिया द्वारा मिट्टी खनन किया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
मुज़फ्फरनगर के रहमतपुर में निर्माण में हो रही धांधली, डीएम के आदेश पर गांव में पहुंची जांच टीम
आपको बता दें मंगलवार को सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव बलवा निवासी ग्राम पंचायत सदस्य वीरेंद्र सिंह चौहान गांव के जंगलों में हो रहे अवैध मिट्टी खनन शिकायत लेकर शामली कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहा उसने जानकारी देते हुए बताया कि उनके गांव के खनन माफिया एहसान अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गांव के जंगलों में अवैध तरीके से आधुनिक मशीनों से रात-दिन अवैध मिट्टी खनन किया जा रहा है। जहां गांव के जंगलों में जगह-जगह मशीनों से बिना परमिशन के कई -कई फुट गहरा मिट्टी खनन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मिट्टी खनन माफिया एहसान इस कदर बेलगाम हो चुका है कि गांव के कच्चे रास्ते और चक्ररोड तक भी नहीं छोड़ रहा है। जिसके संबंध में गत रात्रि प्रशासनिक अधिकारियों डीएम और एसडीएम को फोन कर रात में अवैध तरीके से चल रहे मिट्टी खनन की सूचना भी दी गई थी। लेकिन अधिकारियों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। जबकि एनजीटी के आदेशानुसार सूर्यास्त के बाद किसी भी तरह का खनन का कार्य किया पूर्ण रूप से वर्जित है।
मुज़फ्फरनगर में पुलिस ने खोज दिया 3 साल बाद गुम हुआ बेटा, खिलखिला उठा परिवार, पुलिस को कहा-थैंक्यू !
आरोप है, कि गत दिवस एक प्रशासनिक अधिकारी गांव बलवा मिट्टी खनन पॉइंट पर पहुंचा था। जोकि सुविधा शुल्क लेकर बिना कार्रवाई किए ही वहां से लौट आया। उन्होंने बताया कि गांव में हो रहे अवैध मिट्टी खनन की शिकायत लगातार पिछले काफी समय से उनके द्वारा की जा रही है। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों से सा-घाट के चलते अवैध मिट्टी खनन का काला कारोबार जमकर फल फूल रहा है। ग्राम पंचायत सदस्य ने जिलाधिकारी से मिट्टी खनन का काला कारोबार रोके जाने व मिट्टी खाना माफिया के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई किए जाने की मांग की है।