गोरखपुर- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ-दस वर्षों में खेलों की गतिविधियों का शानदार माहौल बना है और देश खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग के शुभारंभ के अवसर पर योगी ने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभागी खिलाड़ियों और उनके द्वारा जीते जा रहे पदकों की संख्या से देश में खेल के बदले मौहाल का अंदाजा लगाया जा सकता है। खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट और सांसद खेल स्पर्धा से खेल और खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन मिला है। इसे और गति देने के हर जिले में स्पोर्ट्स सेंटर बनाए जा रहे हैं।
उन्होने कहा कि प्रदेश में खेल के संसाधनों और गतिविधियों को बढ़ाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत हर गांव में खेल के मैदान व ओपन जिम विकसित किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर स्टेडियम व ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम हैं। वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। प्रदेश में 15 सिंथेटिक हॉकी ट्रैक, 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 67 बहुउद्देश्यीय स्पोर्ट्स हाल, 15 इनडोर बास्केटबॉल हाल, दो जुडो हाल, छह शूटिंग रेंज बनाए जा चुके हैं। मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश मैं पहका विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण युद्ध स्तर हो रहा है।
योगी ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार भरपूर धनराशि देने के साथ उन्हें सरकारी नौकरी दे रही है। डेढ़ लाख रुपये मासिक मानदेय पर कई कोच नियुक्त किए गए हैं। एकलव्य क्रीड़ा कोष से भी खिलाड़ियों को मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने और पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को भरपूर पुरस्कार राशि तो दिया ही जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वालों को राजपत्रित पदों पर नियुक्त किया जा रहा है। प्रदेश में 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति दी जा चुकी है।