दादरी। गौतमबुद्ध नगर ज़िले के दादरी नगर से एक बड़ी ख़बर आई। प्रशासनिक अमले नगर निकाय चेयरमैन पद का चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं जगभूषण गर्ग के ठिकानों पर छापे मारे की जा रही हैं। छापेमारी की यह कार्यवाही GST की टीम ने की है। वें दादरी नगर निकाय में चेयरमैन पद के लिए भाजपा से टिकट माँग रहे थे लेकिन उनको मौक़ा नहीं दिया गया।
भाजपा ने एक बार फिर पूर्व चेयरमैन गीता पंडित को ही दादरी नगर में चेयरमैन पद का प्रत्याशी बनाया है। इस बात से नाराज़ होकर जगभूषण गर्ग ने निर्दलीय के तौर पर पर्चा भरा है और वे चुनाव लड़ रहे हैं। कहा जा रहा है कि जगभूषण गर्ग किसी भी दबाव में नहीं आए तो उनके ठिकानों पर GST से रेड करवा दी गई है ।
दादरी क्षेत्र के नागरिकों का आरोप है कि स्थानीय निकाय चुनाव में पुलिस प्रशासन ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव को प्रभावित करने का काम शुरू कर दिया है। दादरी में पिछले 2 दिन में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अयूब मलिक और बीजेपी से बागी होकर लड़ रहे जगभूषण गर्ग के घरों पर रात को छापेमारी की। जबकि भाजपा कार्यकर्ता तमाम नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाकर आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्हें पुलिस प्रशासन बिल्कुल नहीं रोक रहा है।
सपा के नेता व दादरी से विधायक प्रत्याशी रहे राजकुमार भाटी ने छापेमारी की कार्यवाही का कड़ा विरोध किया। भाटी का कहना है कि स्थानीय निकाय चुनाव में पुलिस के बल पर प्रत्याशी और मतदाताओं को धमकाना, उन्हें वोट न डालने देना, बूथ कैपचरिंग करना और मतगणना में धांधली करके बीजेपी के प्रत्याशियों को जिताना भाजपा सरकार का रिकॉर्ड बना रही है।
वर्ष 2017 में हुए नगर पालिका चुनाव में भी जीते हुए प्रत्याशी अयूब मलिक को धांधली से हराकर भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया था। इस बार भी सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने विपक्षी प्रत्याशियों को धमकाना डराना धमकाना शुरू कर दिया है। इसी षड्यंत्र के तहत अयूब मलिक और जगभूषण गर्ग के घरों पर रात के समय पुलिस ने छापे मारी की हैं।