मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर स्थित यूपी स्टील में बीती देर रात गार्ड की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। एक तरफ पुलिस और फैक्ट्री प्रशासन इस मौत को आत्महत्या करार दे रहा है, तो वहीं परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए फैक्ट्री के मुख्य गेट पर धरना देते हुए हंगामा कर कर दिया।
नेशनल हाईवे-58 पर स्थित यूपी स्टील में इलाके के जौहरा गांव निवासी मोहित पुत्र जयभगवान शर्मा (37 साल) गार्ड के रूप में कार्यरत था। बीती रात करीब 9 बजे उसे संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। गोली मोहित की खोपड़ी से सटाकर लगी, जिसकी वजह से उसका भेजा बाहर निकल गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना मिलते ही मौके पर मंसूरपुर थाना पुलिस पहुंची और परिजनों को भी सूचना दे दी गई। फैक्ट्री प्रबंधतंत्र और पुलिस प्रशासन के अनुसार मोहित ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या की, लेकिन परिजनों ने इसे हत्या करार दिया। हालांकि पुलिस ने रात को ही पंचनामा भरकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था, मगर सोमवार को परिजन सैंकड़ों ग्रामीणों और नेताओं के साथ फैक्ट्री पर पहुंच गए।
परिजनों का आरोप है कि मोहित आत्महत्या नहीं कर सकता। उसके साथ कुछ न कुछ तो अनहोनी हुई है। परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर फैक्ट्री के गेट पर धरना देते हुए हंगामा शुरू कर दिया है। वहीं फैक्ट्री प्रबंधतंत्र एवं पुलिस प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।
हत्या या आत्महत्या के प्रकरण को लेकर सीओ खतौली डॉ. रविशंकर मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती रात यूपी स्टील में कार्यरत एक गार्ड ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी, जिसकी लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। इस दौरान गुस्साए परिजनों द्वारा फैक्ट्री के गेट पर धरना शुरू किए जाने के कारण पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और तत्काल मंसूरपुर थाना प्रभारी को पीडि़तों और ग्रामीणों से वार्ता के लिए मौके पर भेजा गया है।
बाकी मामले की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मृतक मोहित शर्मा के ममेरे भाई प्रवेश पंडित ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। भाई मोहित आत्महत्या नहीं कर सकता प्रवेश ने ये भी जानकारी दी कि मोहित अपने पीछे 3 बच्चों को छोड़ गया है, जिनमें एक बेटी और दो बेटे हैं। सबसे बड़ा और सबसे छोटा बेटा है, जबकि बेटी मझली है।
भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा व सपा नेता राकेश शर्मा के प्रयासों से देर शाम फैक्ट्री प्रबंधतंत्र ने मृतक की पत्नी को 15 लाख रूपये की आर्थिक सहायता का चैक सौपा है।