जम्मू। जम्मू-कश्मीर की एसटी सूची में पहाड़ी जातीय समुदाय को आरक्षण देने वाले एसटी विधेयक को लोकसभा द्वारा पारित किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि एसटी आरक्षण से गुर्जर समुदाय को एक संरक्षित हिस्सा मिलना चाहिए।
जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी ने हमेशा पहाड़ियों को आरक्षण देने का समर्थन किया है लेकिन गुज्जर समुदाय को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए। लोकसभा ने बुधवार को संविधान (जम्मू और कश्मीर) अनुसूचित जनजाति आदेश (संशोधन) विधेयक 2024 पारित कर दिया जिसमें जम्मू-कश्मीर की एसटी सूची में गड्डा ब्राह्मण, कोली, पद्दारी जनजाति और पहाड़ी जातीय समूह को जोड़ने का प्रावधान है।
उमर ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भगवा पार्टी में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, नए कानूनों के कार्यान्वयन, परिसीमन प्रक्रिया के माध्यम से निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं में बदलाव, विभिन्न समुदायों के लिए आरक्षण, धार्मिक भावनाओं का लाभ उठाने, पर्याप्त मात्रा में धन खर्च करने के बावजूद भाजपा अभी भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।