मुजफ्फरनगर। गुर्जर सद्भावना सभा मुजफ्फरनगर की वार्षिक बैठक गुर्जर धर्मशाला शुक्रताल में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रोफेसर रामपाल सिंह ने की। बैठक में समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए प्रयास करने पर बल दिया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि समाज से ब्रह्मभोज का त्याग होना चाहिए तथा रस्म पगड़ी के समय लंबे भाषण न देकर केवल एक व्यक्ति के द्वारा ही उपस्थित लोगों की ओर से सांत्वना देने के साथ साथ परिवार का परिचय कराना ही उचित होता है।
अभिषेक चौधरी गुर्जर ने बोलते हुए कहा कि समाज के युवाओं व बच्चो के लिए जिले भर में कैरियर काउंसलिंग का आयोजन ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा, जिसमें समाज के समस्त बच्चो को एकत्रित करके उन्हे सही दिशा देने का कार्य
गुर्जर सद्भावना सभा पहले से ही कर रही है और इसे अब और तेज गति से किया जाएगा और इसमें ज्यादा से ज्यादा बच्चो को जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी बच्चों को प्रशासनिक सेवाओं, मेडिकल आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आर्थिक मदद देने की घोषणा की गई, जिसके लिए अलग से एक समिति का गठन किया जाएगा, जो पात्र छात्रों का चयन करके उनकी मदद करने का कार्य गुर्जर सद्भावना सभा द्वारा किया जायेगा।
बैठक को संबोधित करते हुए गुर्जर सद्भावना सभा के उपाध्यक्ष ओ पी चौहान ने गुर्जर सद्भावना सभा के गठन से अब तक के क्रियाकलापों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा गुर्जर सद्भावना सभा के आगामी कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
अपने अध्यक्षीय भाषण में बोलते हुए प्रोफेसर रामपाल सिंह ने कहा कि ब्रह्मभोज का पूर्ण रूप से त्याग करने के लिए गांव गांव जाकर प्रचार प्रसार किया जायेगा तथा आगामी बैठक होने से पहले पहले जिले में इसे बंद करने का संकल्प लिया गया, साथ ही बच्चो के लिए करियर काउंसलिंग कराने के लिए भी संकल्प लिया गया।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य भीष्म सिंह गुर्जर, मास्टर महकार सिंह, विनोद, संसार सिंह, सन्नी मुखिया, बालक राम, बृजपाल प्रधान, अंकुर भाटी, कुलदीप बसोया आदि लोगों ने अपने विचार रखे। बैठक का सफल संचालन अभिषेक चौधरी गुर्जर ने किया।