देवरिया । मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हवाला देने वाले महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पोल उस वक्त खुल गई जब स्ट्रेचर न मिलने पर पुलिसकर्मी महिला मरीज को चटाई में लाद कर इमरजेंसी पहुंचे। डॉक्टरों ने इलाज के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कर लिया।
जानकारी के मुताबिक, बहू की हत्या के मामले में जेल में बंद बुजुर्ग महिला बंदी कुशीनगर निवासी किस्मती देवी (70) को आठ दिन पहले कुशीनगर के न्यायालय ने उमकैद्र की सजा सुनाई थी। महिला को जिला कारागार देवरिया में भेज दिया गया।
सोमवार को फालिज का अटैक पड़ने पर जिला कारागार देवरिया से महिला दरोगा पुष्पा राय और सिपाही राम निवास महिला को इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज लेकर पहुंचे। यहां पर स्ट्रेचर की सुविधा न मिलने पर पुलिस कर्मियों ने चटाई सहित उसे लेकर मेडिकल काॅलेज की इमरजेंसी में पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देने के बाद मरीज को वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।
इस संबंध में जब प्रभारी सीएमएस एच.के. मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके सामने नहीं आया है। अगर है तो इसकी जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।