मुजफ्फरनगर- भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत और एसएसपी संजीव सुमन में आज एसएससी ऑफिस में तीखी बहस हो गई। चौधरी टिकैत द्वारा जिले में पुलिस द्वारा तानाशाही किए जाने की बात सुनते ही एसएसपी उखड़ गए और मामला तनावपूर्ण हो गया, इस बहस का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
दरअसल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत आज मुजफ्फरनगर में अपने मुकदमें की सुनवाई के लिए कचहरी आए हुए थे। उन्हें ग्राम दुल्हेरा के कुछ ग्रामीणों ने शाहपुर पुलिस द्वारा एक युवक की निर्दोष होने के बाद भी पिटाई करने की शिकायत की और युवक की पिटाई के निशान दिखाएं। इस मामले को लेकर नरेश टिकैत एसएसपी दफ्तर पहुंच गए, उस समय भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता एसएसपी के सामने बैठे हुए थे और एसएसपी के दाएं ओर कुर्सी पर एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत बैठे हुए थे।
जैसे ही नरेश टिकैत वहां पहुंचे तो एसपी सिटी खड़े होकर जाने लगे तो एसएसपी ने उन्हें हाथ से इशारा कर बैठने को कहा, बस यही से मामला बिगड़ गया। नरेश टिकैत को लगा कि एसपी सिटी उनके आने पर सम्मान में खड़े हो रहे थे जो एसएसपी को खराब लगा और एसएसपी ने उन्हें बैठने और टिकैत के लिए कुर्सी न छोड़ने के लिए ऐसा कहा है। नरेश एसपी सिटी के बराबर वाली कुर्सी जाकर बैठ गए और उन्होंने तुरंत जिले में पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगा दिया जिसके बाद नरेश और एसएसपी में तीखी बहस हो गयी।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के साथ भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत की नोकझोंक का एक वीडियो आज दिनभर वायरल होता रहा। वीडियो एसएसपी दफ्तर में ही किसी ने बनाकर वायरल किया है। वीडियो में नरेश टिकैत एसएसपी संजीव सुमन पर तानाशाही का आरोप लगाने के साथ गहमा-गहमी करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो देखने पर लगता है कि भाकियू कार्यकर्ताओं को मुज़फ्फरनगर पुलिस द्वारा सम्मान नहीं दिया जा रहा हैं।
बताया जा रहा है शाहपुर क्षेत्र के गांव दुल्हेरा निवासी एक युवक की पुलिस ने पिटाई कर दी थी, जिस पर भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत से शिकायत की गयी। चौ. नरेश टिकैत उक्त युवक को लेकर आज एसएसपी ऑफिस पहुंचे और एसएसपी संजीव सुमन को उसके शरीर पर पडे पिटाई के निशान दिखाये गये, इसी बात को लेकर चौ. नरेश टिकैत ने पुलिस पर आम जनता पर अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए तानाशाह बता दिया। इस बात पर एसएसपी गरम हो गये और उन्होंने चौ. नरेश टिकैत के तानाशाही रवैय्या अपनाने वाली बात पर कडी नाराजगी जतायी।
एसएसपी का कहना था कि अब तक आपकी सभी सिफारिश मानी जा चुकी है, लेकिन ऐसा नहीं है कि कोई भी गलत सिफारिश मान ली जाए। इसी दौरान चौधरी नरेश टिकैत का कहना था कि पुलिस आम जनता को परेशान कर रही है और एसएसपी भी तानाशाही रवैय्या अपना रहे हैं। बहसबाजी के बीच चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि एसएसपी अपने परिवार के सदस्य हैं, जिस पर एसएसपी ने कहा कि आप परिवार का सदस्य कहते जरूर हो, लेकिन मानते नहीं। एसएसपी ने कहा कि आप जब भी मिलने आते हैं, तो आपको पूरा सम्मान दिया जाता है, लेकिन फिर भी तानाशाही वाली बात कहना गलत है। एसएसपी ने कहा कि वह अपने परिवार की भी गलत सिफारिश बिल्कुल नहीं मानते।
एसएसपी ने कहा कि आपका या आपके किसी कार्यकर्ता का ऐसा कोई विषय मेरे संज्ञान में नहीं आया है, जो मैंने हल करने की कोशिश न की हो तो चौधरी नरेश टिकैत ने बात को टालते हुए कहा कि आप भी परिवार के ही हैं तो इसके पलटवार पर एसएसपी ने कहा कि आप परिवार का कहते तो हो मानते नहीं हो। इसी बीच भाकियू महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सोनिया सैनी ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरे प्रतिनिधिमंडल का सम्मान किया गया था जबकि हमारा सम्मान नहीं किया गया था और हमें बाहर से ही बाहर भेज दिया गया था। इस दौरान एसएसपी ऑफिस में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिद्धार्थ सहित और भी लोग नज़र आ रहें हैं।
कुछ देर की गरमागरमी व बहसबाजी के बाद माहौल ठीक हो गया और चौ. नरेश टिकैत ने एसएसपी के ऑफिस से बाहर आकर मीडिया को बताया कि दुल्हेरा गांव में मेले के दौरान एक युवक को पुलिस ने बहुत बुरी तरह पीटा है, जिसके शरीर पर गंभीर चोंटे आयी हैं, इसी मामले में वह एसएसपी से शिकायत करने और शाहपुर पुलिस के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करने के लिए ही आये थे। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि ज़िले में अफसर भाकियू और बीजेपी से अन्य दलों से सही व्यवहार नहीं कर रहे जैसे कि ऊपर से ऐसा कहा गया हो, ये ठीक नहीं है, सबसे सही व्यवहार होना चाहिए।