श्रीनगर। केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा मानवता के कल्याण और समाज के सभी वर्गों के उत्थान का प्रतीक है।
सिन्हा ने रेडियो कार्यक्रम आवाम की आवाज़ के दौरान कहा, “श्री अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है। यह तीर्थयात्रा मानवता के कल्याण, समाज के सभी वर्गों के उत्थान और नए विचारों के आदान-प्रदान का भी प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर भी इस यात्रा से जुड़े हुए हैं। बासठ दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम और मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल से एक जुलाई से शुरू हो रही है।
उन्होंने कहा कि युगों से पूरा समाज, सभी संप्रदायों के अनुयायी, देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए स्थानी लोग एक साथ आते हैं। सभी नागरिकों की सक्रिय भागीदारी निश्चित रूप से यात्रा और संस्कृति और आध्यात्मिकता के उत्सव को सफल बनाएगी।
उपराज्यपाल ने कहा, “मैं पिछले महीने जी20 बैठक के सफल आयोजन के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों को बधाई देना चाहता हूं। पर्यटन को बढ़ावा देने के मामले में हमें खासकर युवाओं से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है। मिशन अमृत सरोवर को जम्मू कश्मीर की सभी पंचायतों में उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है और यह जल निकायों को पुनर्जीवित करने की हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है। यह पुनरुत्थानशील जम्मू-कश्मीर और जन-भागीदारी की ताकत का प्रतीक है।”
सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में केंद्र शासित प्रदेश को पीछे रखने वाले तत्वों को अलग-थलग करने की आवश्यकता है, ताकि समाज की रचनात्मक ताकतें भारत को दुनिया का नया आर्थिक महाशक्ति बनाने के साझा लक्ष्य की दिशा में एक एकजुट समूह के रूप में काम कर सकें।