लखनऊ/संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी स्थित मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मणगंज में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का सर्वे आठवें दिन शनिवार को भी जारी रहा। एएसआई टीम के निर्देशन में प्राचीन बावड़ी की खुदाई और मिट्टी हटाने का काम चल रहा है। चंदौसी नगर पालिका के 50 मजदूर शाम करीब 5 बजे तक बावड़ी की साफ-सफाई में लगे रहे। इसके बाद खुदाई रोक दी गयी। अब रविवार को फिर खुदाई होगी। अब तक की खुदाई में 14 से अधिक सीढ़ियां और सीमेंट के बने खंभे मिले हैं।
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चंदौसी में मिली बावड़ी का सिरा तलाशने के लिए खुदाई शनिवार आठवें दिन को भी जारी रही। इस दौरान एएसआई टीम भी मौजूद रही। नगर पालिका के अधिकारी का कहना है कि पुरातात्विक जगह पर बने मकानों को खाली कराया जाएगा। अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार सोनकर ने बताया कि खुदाई का आठवां दिन है। शुक्रवार के पहले तक तो हम सीढ़ी और साइड में खुदाई कराते रहे।
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लेकिन, रोड परिसर में कुआं मिला है, जो कि बिल्कुल सेंट्रल में है। उसे देखकर यह लगा कि इस ढांचे की जो संरचना है, वह कुएं से चारों तरफ है। इसके आसपास भवन बने हैं। उन्होंने कहा कि भवनों पर भी अतिक्रमण किया गया है, उसे खाली कराना होगा, क्योंकि वहां पुरातात्विक अवशेष निकलकर सामने आ रहे हैं। पुरातात्विक अवशेष पर किसी को भी यह अधिकार नहीं दिया गया है कि वह उस पर अतिक्रमण करे या कोई उस पर निर्माण कर सके।
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ऐसे पुरातात्विक इमारत के मिलने के बाद उसकी खुदाई की जाएगी, जहां तक अवशेष मिलेंगे, वहां तक जगह खाली कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर इसे अच्छे से विकसित कराना होगा। यदि वहां पर ट्रैक्टर या जेसीबी से खुदाई कराएंगे तो अवशेष क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। इसी कारण खुदाई का कार्य मजदूरों से करवाया जा रहा
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है। मजदूर धीरे-धीरे मलबे को निकाल रहे हैं। इसके कारण समय लग रहा है। अधिशासी अधिकारी के मुताबिक खुदाई स्थल के चारों तरफ के जो मकान हैं, उनके भी भाग प्रभावित होंगे। जिन्हें खाली कराना शासन और प्रशासन की जिम्मेदारी है। एएसआई की टीम लगातार अध्ययन कर रही है और उनके निर्देशन में ही खुदाई करवाई जा रही है।