पटना। बिहार में भीषण आंधी-पानी और वज्रपात के कारण विभिन्न जिलों से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को शोक संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया। भीषण आंधी-पानी से नालंदा में 18, वज्रपात से सीवान में दो और कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर तथा जहानाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपए अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
दरअसल, बिहार के कई जिलों में मौसम में अचानक आए बदलाव ने कहर बरपा दिया है। 25 लोगों की मौत के साथ-साथ फसलों और संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है। भयंकर तूफान, ओलावृष्टि और बिजली गिरने से आई इस आपदा ने जीवन और आजीविका दोनों को प्रभावित किया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि 12 अप्रैल तक पूरे बिहार में बारिश, बिजली और गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है। साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र से उत्पन्न होने वाला चक्रवाती परिसंचरण गंभीर मौसम पैटर्न को प्रभावित कर रहा है। आईएमडी ने अगले पांच दिन के लिए अलर्ट भी जारी किया है, जिसमें संवेदनशील जिलों के निवासियों को सावधान किया गया है। गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, खगड़िया, बांका, मुंगेर, जमुई, शेखपुरा, बेगूसराय, पटना, नालंदा, नवादा, जहानाबाद और गया जिलों के प्रभावित होने की संभावना है।