नयी दिल्ली। एचएसबीसी म्यूचल फंड का नया फंड ऑफर (एनएफओ) एचएसबीसी मल्टी एसेट एलोकेशन फंड (एचएमएएएफ) आज खुला जो 22 फरवरी को बंद होगा।
कंपनी ने यहां जारी बयान में कहा कि यह इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रुमेंट्स, डेब्ट एवं मनी मार्केट सिक्योरिटीज़ तथा गोल्ड/सिल्वर ईटीएफ में निवेश करने के लिए एक ओपन-एंडेड योजना है। इस फंड का उद्देश्य दीर्घकालिक पूंजी वृद्धि प्रदान करना, अस्थिरता कम करने में मदद करना और विविधीकरण लेकर आना है।
एचएमएएएफ सबसे ज़्यादा लाभ के लिए विभिन्न एसेट्स में निवेश की नीति पर काम करेगा। इस फंड में फ्लेक्सीकैप दृष्टिकोण का पालन किया जाएगा और मौजूदा मूल्यांकन सुविधा के आधार पर विभिन्न मार्केट कैप्स में निवेश किया जाएगा। निवेश की प्रक्रिया में अनेक तत्वों, जैसे व्यवसाय की गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धी लाभ, कॉर्पोरेट प्रशासन का ट्रैक रिकॉर्ड,
सस्टेनेबिलिटी की विधियों, वित्तीय शक्ति, रिस्क-रिवार्ड मूल्यांकन, आय के मुख्य ड्राइवर्स आदि पर विचार किया जाएगा।
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड द्वारा ग्राहक एसेट रिबैलेंसिंग के साथ विविधीकरण भी कर सकेंगे। वो निवेश का एक संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए आवंटन को रिबैलेंस कर समय पर एडजस्टमेंट कर सकेंगे। इस सक्रिय दृष्टिकोण से उन निवेशकों को मदद मिलेगी जो अपने एसेट में वृद्धि करते हुए मौजूदा वित्तीय परिदृश्य में एक विस्तृत और गतिशील निवेश रणनीति की तलाश कर रहे हैं। मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में कैलेंडर वर्ष 2023 में हाइब्रिड श्रेणी के अंतर्गत 22,415 करोड़ रुपये का उद्योग में दूसरा सबसे बड़ा इन-फ्लो दर्ज हुआ।
इस लॉन्च के बारे में एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ कैलाश कुलकर्णी ने कहा, “भारत में अनेक तत्व विकास की कहानी लिख रहे हैं, जिनमें बढ़ती घरेलू खपत, मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार, विनिर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान, डेब्ट बाजारों में सुधार, विदेशी निवेश, मजबूत सरकारी सुधार आदि शामिल हैं। इन तत्वों और बाजार की अस्थिरता को देखते हुए एक मल्टी एसेट एलोकेशन रणनीति की जरूरत है, ताकि विभिन्न एसेट वर्ग भिन्न-भिन्न आर्थिक स्थितियों के आधार पर अलग-अलग प्रदर्शन कर सकें। एसेट के प्रभावशाली आवंटन के साथ, एचएसबीसी मल्टी एसेट एलोकेशन फंड का उद्देश्य जोखिम को बाँटना और प्रदर्शन में सुधार लाकर लंबे समय में रिस्क एडजस्टेड वृद्धि प्रदान करना है।”