गाजियाबाद, मोदीनगर। रोरी गांव में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। खेत में सिंचाई करते समय करंट लगने से एक किसान प्रमोद चौधरी की मौत हो गई, और यह दुख उनके बड़े भाई जयभगवान सहन नहीं कर सके। छोटे भाई का शव देखते ही जयभगवान को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है।
45 वर्षीय प्रमोद चौधरी गुरुवार सुबह करीब छह बजे अपने खेत में सिंचाई के लिए गए थे। खेत की नाली साफ करते समय वे जामुन के पेड़ में उतरे करंट की चपेट में आ गए और नाली में गिर पड़े। पानी में करंट फैलने के कारण वे बाहर नहीं निकल सके। खेत में काम कर रहे ग्रामीणों और भाई विनोद ने उन्हें बाहर निकाला और तत्काल एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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जब प्रमोद का शव घर लाया गया, तो उनका बड़ा भाई जयभगवान (50) जैसे ही शव के पास पहुंचे, उन्होंने चादर हटाई और भाई का चेहरा देखते ही बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
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प्रमोद और जयभगवान चौधरी गांव में अपने भाईचारे और प्रेम के लिए जाने जाते थे। वे पांच भाइयों—राजकुमार, विनोद, टीटू और एक-दूसरे के साथ मिलजुलकर रहते थे। गांववाले इन्हें “पांडव” कहकर पुकारते थे। इनकी आपसी एकता और प्रेम पूरे गांव के लिए एक मिसाल थी।
इस हादसे के बाद गांव में सन्नाटा छा गया है। परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के दोनों भाइयों का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार, यह दुखद घटना पूरे गांव के लिए एक व्यक्तिगत क्षति जैसी है, क्योंकि ये भाई गांव की एकता और सौहार्द्र के प्रतीक थे।