बुढ़ाना(मुजफ्फरनगर). क्षेत्र के गांव परासौली के जंगल में हरे-भरे फलदार पेड़ों की रातोंरात कटाई कर दी गई। इस घटना में करीब 20 बीघा भूमि पर फैला बाग खाली मैदान में तब्दील हो गया, लेकिन वन विभाग ने इसे रोकने की कोई कोशिश नहीं की।
गांव परासौली और राजपुर के बीच स्थित इस 20 बीघे के बाग में आम, अमरूद और जामुन जैसे सैकड़ों फलदार पेड़ थे, जिन्हें कथित रूप से बाग मालिक ने कटवा दिया। चंद घंटों में ही यह हरा-भरा बाग उजड़ गया, और कटे हुए पेड़ों की लकड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के जरिए हटा दी गई।
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सरकार पर्यावरण संरक्षण को लेकर पौधरोपण अभियान चला रही है, और वन विभाग प्रदूषण रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित करता है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। सांठगांठ के चलते हरे-भरे पेड़ों की कटाई बेरोकटोक जारी है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस बाग से कुछ ही दूरी पर वन विभाग की टीम तेंदुओं की सुरक्षा के लिए गश्त कर रही थी, लेकिन इसके बावजूद लकड़ी माफिया खुलेआम हरे पेड़ काट ले गए। जब इस मामले में वन रेंजर सुशील कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यदि फलदार पेड़ों की अवैध कटाई हुई है, तो इसकी जांच की जाएगी।