मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर गौशाला,नदी रोड स्थित श्री मदनानंद वानप्रस्थ आश्रम में शनिवार को श्री मद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्री वृंदावन से पधारे कथा व्यास आचार्य श्री धर्मेन्द्र उपाध्याय जी महाराज ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि कथा सुनने में आलस्य और प्रमोद नहीं करना चाहिए।
हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि बार-बार कथा क्यों सुने पिछली बार तो सुनी थी। कलयुग में भागवत कथा ही एकमात्र ऐसा संसाधन है। जिसके श्रवण मात्र से ही हमारे भव बंधन कट जाते हैं। इसलिए कहीं भी हो जब भी अवसर मिले बार-बार कथा श्रवण करना चाहिए।
कथा व्यास आचार्य श्री धर्मेन्द्र उपाध्याय जी महाराज ने माता पिता की सेवा को भगवत प्राप्ति का साधन बतलाया। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा के बगैर भगवान की कृपा प्राप्त नहीं हो सकती। इसलिए हर घर में सबसे पहले अपने माता पिता की सेवा करनी चाहिए।
यह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा मुजफ्फरनगर गौशाला रोड स्थित श्री मदनानंद वानप्रस्थ आश्रम में प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक होती है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में पहुंचकर धर्म लाभ उठा रहे हैं।