सहारनपुर (देवबंद)। देवबंद थाना पुलिस ने बीती रात मुठभेड़ के बाद तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से दो मोटर साइकिल व नाजायज असलाह बरामद किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा सहारनपुर के निर्देशन में अपराध की रोकथाम व वांछित अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं क्षेत्राधिकारी देवबन्द के निकट पर्यवेक्षण में तथा प्रभारी निरीक्षक देवबंद सूबे सिंह के कुशल नेतृत्व में पुलिस ने बीती रात थाना देवबन्द क्षेत्रान्तर्गत ग्राम दुगचाडा रजवाहे के पास प्राईमरी स्कूल से करीब डेढ किलोमीटर दूरी पर गश्त के दौरान ईख के खेत के पास
कुछ व्यक्ति बैठे देखे, जिनके पास दो मोटर साईकिल खडी हुई थी। जिनके संदिग्ध प्रतीत होने पर देवबन्द पुलिस टीम ने सदिग्धों के पास जाकर चैकिंग का प्रयास किया तो पुलिस टीम को पास आता देखकर अचानक से बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने अपनी जान की परवाह न करते हुए बदमाशों को घेरकर मौके से तीन अभियुक्तों युवराज उर्फ घोल्लू पुत्र रविन्द्र निवासी दुगचाडा थाना देवबन्द सहारनपुर, टोनी उर्फ टीनू पुत्र मैनपाल उर्फ महेशपाल निवासी मुडलाना थाना मंगलौर जिला हरिद्वार एवं शिवम पुत्र प्रताप निवासी ग्राम मझौल थाना देवबन्द जिला सहारनपुर को दो नाजायज तमन्चे 315 बोर, दो जिन्दा व दो खोखा कारतूस, एक नाजायज चाकू व दो मंहगी मोटर साईकिल बिना नम्बर प्लेट के साथ गिरफ्तार किया है।
वहीं चार अन्य अभियुक्तगण मौके से फरार होने में सफल रहे। फरार अभियुक्तगण की तलाश जारी है। गिरफ्तार अभियुक्त टोनी उपरोक्त उत्तराखण्ड राज्य के मंगलौर थाने का वांछित एवं थाना मंगलौर का हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त है तथा युवराज थाना देवबन्द का हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त है। पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने व अवैध शस्त्र बरामद होने के सम्बन्ध में अभियुक्तगण के विरूद्ध आर्म्स एक्ट थाना देवबन्द पर पंजीकृत किया गया। अभियुक्तगण के विरुद्ध आवशयक विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
पूछताछ करने पर अभियुक्तगण ने बताया कि वह अपने साथियो के साथ थाना देवबन्द क्षेत्रान्तर्गत में वारदात करने के लिये खेत में इक्ट्ठा हुये थे। लेकिन पुलिस पार्टी के अचानक आने पर हम घबरा गये और हमने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस मुठभेड के दौरान हमें गिरफ्तार कर लिया गया और हमारे अन्य 04 साथी मौके का फायदा उठाकर फरार होने में सफल हुये। उन्होंने पुलिस को बताया कि अवैध हथियार वह वारदात करते समय अपनी सुरक्षा के लिए रखते हैं और गिरोह बनाकर लूटपाट करते हैं एवं अवैध असलहो को बेचने का भी काम करते हैं।