गाजियाबाद। सड़क किनारे खुले में रखे बिजली के ट्रांसफॉर्मर गर्मी में फट रहे हैं। इसके कारण जान-माल का नुकसान हो रहा है। तड़के लोनी बॉर्डर एरिया के आर्य नगर से सटी नाईपुरा कॉलोनी मे ओवरहीट बिजली के ट्रांसफॉर्मर मे आग लग गई। आग इतनी तेज थी की उसके पास खड़ी दो कार समेत एक दुकान में भी आग लग गई। इससे दुकान में रखा लाखों का सामान जल गया। जब तक सूचना मिलने पर फायर टेंडर आते तब तक आग के कारण कार के साथ ही दुकान का सामान जल चुका था। फायर स्टेशन ऑफिसर गौरव कुमार ने बताया कि दो टेंडरों की मदद से आग पर काबू पाया गया। 24 घंटे में ऐसी दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
ट्रासंफॉर्मर से लगी आग से जली कार के मालिक ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर में दोपहर से तेल टपक रहा था और उसके दो फेज़ में चिंगारियां निकल रहीं थीं। इस बात की सूचना उन्होंने बिजली विभाग को दी थी। जिसके बाद रात करीब नौ बजे बिजली विभाग से आए कर्मचारियों ने उस आवरलोड ट्रांसफॉर्मर को गंभीरता से नहीं लिया और उसके फेज के तारों को बांध कर चले गए। रात करीब पौने बारह बजे लीक होते ट्रांसफॉर्मर में चिंगारी के साथ आग लग गई और इस कारण तारों की एबीसी केबल जल गई। ट्रांसफॉर्मर से गिरता गर्म तेल कारों तक पहुंचा और कारों मे आग लगने के बाद उसने भीषण रूप धारण कर लिया। इसके बाद आग पास में ही स्थित रमेश के हार्डवेयर की दुकान तक जा पहुंची जहां उसका बाहर रखा सामान और गेट जल गये ।
साढ़े 3 हजार ट्रांसफॉर्मर लोगों के लिए असुरक्षित बढ़ता तापमान लोगों के साथ बिजली विभाग की परेशानी को भी बढ़ा रहा है। बीते लगभग डेढ़ महीने के दौरान तापमान और ओवरलोडिंग के चलते जिले में बिजली के 252 ट्रांसफॉर्मर फुंक चुके हैं। इनमें से 40 में आग लगने से फटने की घटना हुई है। गंभीर बात यह है कि जिले में 17 प्रतिशत से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर ऐसे हैं जो सड़कों पर हैं और सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से खतरनाक हैं। इन ट्रांसफॉर्मरों के इर्द गिर्द जाली लगाना तो दूर लोहे के तार तक नहीं हैं। बहुत से ट्रांसफॉर्मर के लिए उचित प्लेटफॉर्म भी नहीं बना है। ऐसे से करंट फैलने के साथ ही आसपास के लोगों को खतरा बना रहता है। बढ़ता तापमान उनकी हीट को और ज्यादा बढ़ा रहा है। जिसके कारण ट्रांसफॉर्मर लगातार फट रहे हैं।