हरिद्वार। बहादराबाद थाना क्षेत्र से घर के बाहर खड़ी थार गाड़ी के चोरी के आरोपितों का पीछा करते हुए हरियाणा पहुंची हरिद्वार पुलिस ने आरोपित को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार करते हुए वाहन चोरी में प्रयुक्त आधुनिक उपकरण, हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट व लॉक बरामद करने में सफलता हासिल की है।
बहादराबाद थाना क्षेत्र के आत्मपुर बौंगला निवासी मनीष कुमार के घर के बाहर खड़ी थार गाड़ी को 28 जुलाई को अज्ञात चोरों ने चोरी कर लिया था। इस संबंध में मनीष कुमार ने बहादराबाद थाने में चोरी को मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी अजय सिंह ने वारदात पर सख्त रुख अपनाते हुए अलग-अलग टीमें गठित कर उन्हें कई राज्यों में रवाना किया था।
इस घटना के बाद विभिन्न सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभियुक्तों का पीछा कर रही टीम ने मुख्य आरोपित रतन सिंह मीणा निवासी मकान नं. 79 शिवनगर कालोनी जिला जयपुर राजस्थान को ग्राम जैदापुर, पलवल हरियाणा से स्थानीय पुलिस की मदद से हिरासत में लिया। आरोपित के कब्जे से चोरी की गई थार सहित चोरी में प्रयुक्त किये जाने वाले उपकरण, कई सारी फर्जी आरसी, आईडी इत्यादि बरामद की जबकि आरोपित के साथी मौके का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब रहे।
इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि पलवल से करमन टोल प्लाजा की ओर जाते हुए मनीष कुमार ने जब आगे जा रही अपनी कार को पहचाना तो पुलिस टीम ने सही स्थान की तलाश के लिए अपना वाहन थार गाड़ी के ठीक सामने लगा दिया। थार रोकने के इस प्रयास पर आरोपित ने तेजी के साथ वाहन को बैक लेकर भागने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान अन्य कोई रास्ता न होने के चलते एसआई अशोक सिरसवाल ने कुछ राउंड फायर कर थार के टायर को पंचर कर दिया। टायर पंचर होते ही पुलिस ने आरोपित को घेर लिया और उसे हिरासत में ले लिया।
एसपी सिटी ने बताया कि पड़ताल करने पर जानकारी मिली कि आरोपित रतन अपनी टीम के साथ मिलकर वाहनों के पूरे लाॅक सिस्टम को ही बदलकर नया लाॅक सेट कर नई चाबी की मदद से गाड़ी चोरी कर लेता था और फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर भारत के अन्य राज्यों में बेच देता था।
उन्होंने बताया कि आरोपित नये सेंसर वाले वाहनों को कोडिंग मशीन से डिकोड करके, उसकी नई चाबी बनाकर साफ्टवेयर हैक कर चोरी कर लेते थे। यदि कोई पुराना वाहन चुराते थे तो उसको मेवात, दिल्ली आदि स्थानों पर कटवा देते थे। पुलिस ने आरोपित के पास से वाहन चोरी में प्रयुक्त आधुनिक उपकरण, हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट व लॉक बरामद किए हैं। आरोपित के खिलाफ राजस्थान में 51 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।