नई दिल्ली। चार राज्यों में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम आबादी तक पहुंचने की कोशिश में रविवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा किए गए एक बड़े बदलाव के बाद हाल ही में समुदाय की 4,000 महिलाओं ने अपने पुरुष साथियों या ‘मेहरम’ के बिना हज यात्रा की।
पीएम मोदी ने आगे बताया कि पिछले कुछ वर्षों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी काफी सराहना हो रही है।
अपने मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ में मोदी ने कहा, ”मुझे इस बार बड़ी संख्या में पत्र मिले हैं… ये पत्र उन मुस्लिम महिलाओं ने लिखे हैं जो हाल ही में हज यात्रा से आई हैं। उनकी यह यात्रा कई मायनों में बेहद खास है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने बिना किसी पुरुष साथी या मेहरम के हज किया है। यह संख्या 50 या 100 नहीं बल्कि चार हजार से ज्यादा है- यह बहुत बड़ा बदलाव है।”
उन्होंने कहा कि इससे पहले मुस्लिम महिलाओं को मेहरम के बिना हज करने की अनुमति नहीं थी।
दिसंबर 2023 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं।
तेलंगाना में अच्छी खासी मुस्लिम आबादी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मन की बात के माध्यम से मैं सऊदी अरब सरकार का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। बिना मेहरम के हज पर जाने वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से महिला समन्वयक नियुक्त की गईं।”
उन्होंने कहा, “हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने मुझे इस बारे में बहुत कुछ लिखा है। अब, अधिक से अधिक लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है।”
स्वतंत्रता दिवस करीब आने पर पीएम मोदी ने कहा कि एक और अभियान शुरू होने जा रहा है, जिसका नाम है ‘मेरी माटी मेरा देश’।
उन्होंने बताया कि शहीद वीर पुरुषों और महिलाओं के सम्मान के लिए यह अभियान चलाया जाएगा।
मोदी ने कहा, ”इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। यह ‘अमृत कलश यात्रा’ मिट्टी लेकर जाएगी देश के कोने-कोने से 7,500 कलश दिल्ली पहुंचेंगे। यह यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। देश भर से 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास एक उद्यान बनाया जाएगा।”
युवाओं को नशीली दवाओं के खतरे से दूर करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने 15 अगस्त 2020 को ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ शुरू किया था।
उन्होंने कहा, ”इस मुहिम से 11 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। दो सप्ताह पहले भारत ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। करीब डेढ़ लाख किलोग्राम जब्त की गई नशीली दवाओं को नष्ट कर दिया गया। भारत ने 10 लाख किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट करने का अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया है जिसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपये से अधिक थी।”