कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बंद पड़े दो मंदिरों को खुलवाने का कदम उठाया है। 1992 के दंगों के बाद बंद हुए इन मंदिरों पर कथित अतिक्रमण की शिकायतें थीं। मेयर ने स्थानीय पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों के साथ मंदिरों का दौरा किया और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।
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एक शिवालय को खोला गया, जिसमें शिवलिंग गायब मिला। दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता हुआ पाया गया। दोनों मंदिरों में मूर्तियां टूटी हुई और परिसर की स्थिति जर्जर पाई गई। नगर निगम की टीम ने मंदिर के अंदर और बाहर सफाई अभियान चलाने का काम शुरू किया।
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मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि”1992 के दंगों के बाद कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था। कुरान में भी लिखा है कि किसी धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। मंदिरों की सफाई और पुनर्स्थापन का अभियान लगातार जारी रहेगा।”
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एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि मेयर के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण को हटाने का काम जल्द किया जाएगा।
अयोध्या के लद्दावाला इलाके में 32 साल बाद एक शिव मंदिर को फिर से खोला गया। यह मंदिर बाबरी ढांचे के ध्वस्त होने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को शुद्धिकरण और हवन पूजा के साथ इसे खोला गया। स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा-अर्चना की।