खतौली। रोडवेज बसों के चालक परिचालकों की हठधर्मिता का खामियाजा खतौली के नागरिकों को उठाना पड़ रहा है। आरोप है कि रोड़वेज के आला अधिकारियों के सख्त आदेशों के बावजूद रोडवेज बस के चालक बसों को कस्बे के अंदर से होकर ले जाने के बजाए हाईवे बाईपास पर सीधे लेकर भाग रहे हैं, जिसके चलते कस्बे के लोगों में रोडवेज के चालक परिचालकों के प्रति भारी आक्रोश पनप रहा है।
खतौली बाईपास बनने का खामियाजा कस्बे और इसके आस पास गांवों में रहने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है। बाईपास का निर्माण होते ही रोडवेज के चालक बसों को अंदर से होकर ले जाने के बजाए बाईपास से सीधे लेकर भागने लगे थे। नागरिकों द्वारा इसकी शिकायत किए जाने पर आला अधिकारियों ने रोड़वेज बसों को दिन और रात में कस्बे के अंदर से होकर ले जाने के आदेश निगम के चालक परिचालकों को दे रखे हैं।
आला अधिकारियों के आदेश को ताक पर रखकर खतौली डिपो की बसों के चालक कस्बे के अंदर से होकर जाने के बजाए बाईपास पर सीधे भाग रहे हैं। नागरिकों का आरोप है कि दिल्ली हरिद्वार रुट की रोडवेज बसों के खतौली के अन्दर से होकर न निकलने से कस्बेवासियों को लगातार परेशानी उठानी पड़ रही है।
दिन के बनिस्पत रात्रि में बाईपास से खतौली अंदर आने के लिए कोई वाहन उपलब्ध ना होने से स्थिति और दूभर हो जाती है। आरोप है कि खतौली डिपो की बसों के परिचालक खतौली की सवारियों को बस में बैठाने से साफ मना कर देते हैं। आला अधिकारियों के आदेश का हवाला देने पर चालक परिचालकों द्वारा अभद्रता की जाती है। हठधर्मी चालक परिचालक महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं।
खतौली डिपो होने के बावजूद कस्बेवासियों को चालक और परिचालकों की अभद्रता का शिकार होना पड़ रहा है। खतौली की चौपाल के संयोजक अजय जन्मेजय और देवेश शर्मा का आरोप है कि खतौली डिपो की बसों का संचालन बाईपास के बजाए कस्बे के अंदर से होकर कराने के लिए कई बार आंदोलन करने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। समस्या का निदान कराने के लिए आला अधिकारियों से बार बार गुहार लगाए जाने के बावजूद इनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
खतौली की चौपाल के संयोजक अजय जन्मेजय और देवेश शर्मा ने केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान और विधायक मदन भैया से खतौली डिपो की बसों का संचालन हाईवे बाईपास के बजाए कस्बे के अंदर से होकर कराए जाने की मांग की है।