मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में निजी अस्पताल में दलित नर्स के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर, नर्स व वार्ड बॉय समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और अस्पताल सील किया गया है।
पुलिस अधीक्षक देहात संदीप कुमार मीणा ने सोमवार को बताया कि थाना ठाकुरद्वारा क्षेत्र के एक अस्पताल में नर्स के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर पीड़िता के परिजनों ने 18 अगस्त को थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने पीड़िता नर्स के पिता की तहरीर के आधार पर अस्पताल में कार्यरत डाक्टर शाहनवाज़ वार्ड बॉय जुनैद और महिला नर्स मेहनाज़ को नामज़द करते हुए उक्त तीनों के ख़िलाफ़ दुष्कर्म,एस सी एस टी एक्ट समेत अन्य सुसंगत धाराओं के तहत थाना ठाकुरद्वारा में मुक़दमा दर्ज़ किया गया।
पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया वहीं घटना की संवेदनशीलता को मद्देनजर रखते हुए नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम गठित की गई। सोमवार को पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी डॉक्टर शाहनवाज़ निवासी राजपुर, नर्स मेहनाज़ और वार्ड बॉय जुनैद समेत नामज़द तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि डिलारी थाना क्षेत्र निवासी ग्रामीण द्वारा थाने में दी गई तहरीर में पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया गया है कि उसकी 20 वर्षीया बेटी ठाकुरद्वारा – काशीपुर (उत्तराखंड) मार्ग पर स्थित एक निजी अस्पताल में पिछले 10 माह से नर्स का काम कर रही थी। रोज़मर्रा की तरह शनिवार शाम लगभग सात बजे उसकी बेटी ड्यूटी करने अस्पताल गई थी। आरोप है कि देर रात अस्पताल की ही एक अन्य नर्स मेहनाज ने बेटी को डाक्टर शाहनवाज़ का हवाला देते हुए उनके कमरे में जाने के लिए कहा था। पीड़िता द्वारा आनाकानी की गई तो वार्ड बॉय जुनैद और नर्स मेहनाज़ उसे जबरन अस्पताल के ऊपर बने कमरे में ले गए और कमरे का बाहर से दरवाज़ा बंद कर दिया।
आरोप है कि मध्य रात्रि लगभग 12 बजे डाक्टर शाहनवाज़ ने पीड़िता का मोबाइल कब्जे में लेने के बाद बंधक बनाकर दुष्कर्म की घटना को अंज़ाम दिया। विरोध करने पर आरोपी डॉक्टर ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी देते हुए जातिसूचक शब्दों से अपमानित भी किया गया।
रविवार सुबह मुख्य नर्स के आने पर पीड़िता ने आप बीती सुनाई तो उसे घर भेज दिया गया। पीड़िता के पिता ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
दूसरी ओर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ कुलदीप सिंह के निर्देश पर रविवार की शाम स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा निरीक्षण करने के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। पुलिस द्वारा मामले जांच जारी है।