मुरादाबाद। जिलाधिकारी मुरादाबाद ने गुरुवार को विकास क्षेत्र छजलैट के कम्पोजिट विद्यालय लदावली, उच्च प्राथमिक विद्यालय कुचावली, राजकीय हाईस्कूल कुचावली तथा कम्पोजिट विद्यालय कूड़ामीरपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कम्पोजिट विद्यालय लदावली में कक्षा-6 में बच्चों से गणित विषय के सवाल कराये गये। जिसे बच्चे हल नहीं कर पाये। स्कूल में पंजीकृत 314 छात्र-छात्राओं के सापेक्ष 146 छात्र-छात्रायें उपस्थित मिले। विद्यालय में 13 अध्यापक कार्यरत हैं, इनमें से 02 अध्यापक सीसीएल पर तथा 02 अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर हैं।
डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने कक्षाध्यापक स्वाति शर्मा को निर्देशित किया गया कि गणित विषय में छात्रों का ज्ञान बढ़ाया जाए। कक्षा-1 में हिन्दी अक्षर ज्ञान, सवाल जोड़ने आदि में बच्चों का शैक्षिक स्तर अच्छा पाया गया। दिव्यांग शौचालय की शीट में हैन्डिल नहीं लगे है। विद्यालय का रखरखाव अच्छा पाया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय कुचावली में पंजीकृत 121 छात्र-छात्राओं के सापेक्ष 59 छात्र उपस्थित पाये गये। विद्यालय में 6 अध्यापक तथा 1 अनुदेशक कार्यरत है। विद्यालय चाहरदीवारी निर्मित नहीं है तथा शिक्षण कक्षों व बरामदे में टायलीकरण भी नहीं पाया गया। निरीक्षण के दौरान बच्चे मध्यान्ह भोजन करते पाये गये। मध्यान्ह भोजन में दाल-रोटी दी गई। भोजन की गुणवत्ता ठीक पायी गई।
राजकीय हाईस्कूल कुचावली में कक्षा-9 के बच्चों का गणित विषय में शैक्षिक स्तर न्यून पाया गया। कक्षा में बच्चों गणित विषय से संबंधित सवाल पूछे गये, जिनका उत्तर बच्चे नहीं दे पाये। शिक्षण कक्षों में साफ-सफाई का अभाव पाया गया। कुल नामांकित 137 के सापेक्ष 98 छात्र उपस्थित मिले। विद्यालय में 6 अध्यापक कार्यरत हैं। कम्पोजिट विद्यालय कूड़ामीरपुर में कुल नामांकित 292 छात्र-छात्राओं के सापेक्ष 170 छात्र-छात्रायें नामांकित पाये गये। विद्यालय में 10 अध्यापक, 3 अनुदेशक व 2 शिक्षा मित्र कार्यरत है। कक्षा-6 में बच्चों से गणित के सवाल हल कराये गये, जिनको बच्चे हल नहीं पाये। बच्चों को सम-विषम संख्याओं की पहचान नहीं थी।
जिलाधिकारी द्वारा कक्षा में उपस्थित छात्रों को गणित विषय के सवाल ब्लैक बोर्ड पर हल करके समझाया दिखाया गया तथा सम व विषम संख्याओं के संबंध में भी ब्लैक बोर्ड पर संख्यायें अंकित कर समझाया।
डीएम ने कक्षा में उपस्थित बच्चों से 17 व 19 का पहाड़ा सुना। सभी बच्चों ने बताया कि उन्हें 20 तक पहाड़े आते हैं। कक्षा-4 के बच्चों का गणित विषय में शैक्षिक स्तर अच्छा पाया गया। रसोईघर में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं थी।