नोएडा। मनी लॉटरी और मानव अंगों की तस्करी में फंसाने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने मां-बेटी को डिजिटल अरेस्ट करके 38.58 लाख रुपए की ठगी कर ली। इसके अलावा थाना साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को शेयर बाजार में 23 लाख 71 हजार 740 रुपए इन्वेस्ट करा कर ठगी कर ली है।
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थाना साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक विजय गौतम ने बताया कि सेक्टर-77 स्थित एक सोसायटी में रहने वाली तरुणा गाबा ने थाने में शिकयत की है कि वह एमबीए पास है, और नौकरी की तलाश कर रही हैं। युवती के पिता की 20 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। मां शशि के साथ सेक्टर-18 स्थित एक बैंक में उसका जॉइंट अकाउंट है। 27 नवंबर को तरुणा के मोबाइल पर कॉल आया। कॉलर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपका सिम कार्ड का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर मानव तस्करी में किया जा रहा है। इसमें आपकी संलिप्तता है।
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ठगों ने कहा कि आप पूछताछ में सहयोग करेंगे तो आपकी मदद की जा सकती है। ठगों ने मोबाइल पर गिरफ्तारी वारंट भी भेजा। इससे बचने के लिए दोनों के खाते में जमा रकम एक अन्य खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। जेल जाने से बचने के लिए तरुणा ने अन्य खाते में दो बार में 38.58 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। ठग और पैसे मांगने लगे तो पीड़िता अपने परिचित के घर गई। तब उसे अपनी ठगी का एहसास हुआ।
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दूसरे मामले की जानकारी देते हुए थाना साइबर क्राइम के प्रभारी ने बताया कि कडाप्पा भगवान ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह ग्रेटर नोएडा में रहते हैं। पीड़ित के अनुसार अज्ञात साइबर अपराधियों ने 16 अप्रैल वर्ष 2024 को उनसे संपर्क किया, तथा कहा कि अगर वे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं तो उन्हें मोटा मुनाफा होगा। पीड़ित के अनुसार उन्होंने ा धीरे-धीरे करके 13 जुलाई वर्ष 2024 तक उनके खाते में 23 लाख 71 हजार 740 रुपए डाल दिया। उन्होंने बताया कि अपराधियों ने धोखाधड़ी कर उनकी रकम हड़प ली है। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस