Friday, April 26, 2024

नोएडा में महिला दरोगा ही थाने में सुरक्षित नहीं, कोतवाल ने किया अभद्र व्यवहार, दोनों को किया गया लाइन हाज़िर

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नोएडा- जनपद में पुलिस कमिश्नर के पद पर एक सख्त महिला अधिकारी की तैनाती के बावजूद भी नोएडा में महिला, और वह भी पुलिस की अफसर शायद सुरक्षित नहीं है। एक महिला उप निरीक्षक ने अपने कोतवाल पर अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।

महिला उप निरीक्षक ने लिखित शिकायत दी है, जिसके बाद मामले की जांच शुरू करा दी गई है, इसी बीच उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है और जल्द नोटिस जारी करने की बात कही है। पुलिस आयुक्त ने भी मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है। फिलहाल जांच पूरी होने तक थाना प्रभारी और महिला उपनिरीक्षक दोनों को ही लाइन हाज़िर कर दिया गया है।

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मामला नोएडा के थाना फेस-2 का है। फेस टू में विनोद कुमार कोतवाल के पद पर तैनात है, थाने की महिला उपनिरीक्षक ने वरिष्ठ अधिकारियों को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि 8 मार्च को होली के दिन थाना प्रभारी विनोद कुमार ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया है। महिला उपनिरीक्षक ने बताया कि उसकी ड्यूटी ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में लगी हुई थी लेकिन थाना प्रभारी ने अपनी गाड़ी में लगा दी और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। उप निरीक्षक ने आरोप लगाया है कि कोतवाल ने होली पर भी उन्हें गलत ढंग से छुआ था और उन्हें जबरदस्ती व्हाट्सअप मैसेज भी भेजे है।

इस मामले में थाना प्रभारी विनोद कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है, थाना प्रभारी ने कहा कि ड्यूटी को लेकर कुछ कहासुनी जरूर हुई थी पर अभद्र व्यवहार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच हो रही है, सच्चाई सामने आ जाएगी।

इसी बीच राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इस मामले का संज्ञान ले लिया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि थाना प्रभारी ने महिला उपनिरीक्षक के साथ कुछ तो गलत किया है जिसकी महिला आयोग जांच कराएगा।

इसी बीच नोएडा पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि 11 मार्च को अपर पुलिस आयुक्त सेंट्रल नोएडा द्वारा थाना फेस-2 में निरीक्षक और उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों का अर्दली रूम लिया गया था, शिकायत करने वाली महिला उपनिरीक्षक के अभिलेख व विवेचना रजिस्टर पूर्ण नहीं थे जिससे वह बिना बताए अर्दली रूम से निकल कर चली गई थी,जिस के संबंध में थाना प्रभारी फेस-2 द्वारा गैर हाजरी तस्करा जीडी में अंकित कराया गया था।

उन्होंने बताया कि महिला उपनिरीक्षक ने थाना प्रभारी के विरुद्ध डीसीपी महिला सुरक्षा को एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है, जिसकी जांच डीसीपी महिला सुरक्षा के पर्यवेक्षण में एसीपी महिला सुरक्षा के द्वारा तथ्यों के आधार पर की जा रही है।  उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण में पुलिस आयुक्त द्वारा विशाखा गाइडलाइन के निर्देशों के क्रम में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें 1 महिला सदस्य बाहर से भी है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करके ही आगे कार्रवाई की जाएगी। [ फोटो प्रतीकात्मक ]

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