नोएडा। मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड़ों को रद्द करो, न्यूनतम वेतन 26 हजार घोषित करो, कार्य स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करो, समान काम का समान वेतन, महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण, ठेकाकरण पर रोक लगाओ, रेहड़ी-पटरी कामगारों का उत्पीड़न बंद करों, सभी को वेंडिंग लाइसेंस व जगह दो, ठेका श्रमिकों को पक्का करो आदि मांगों को लेकर शनिवार को श्रमिकों ने सीटू के बैनर तले जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन में मजदूरों व कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों एवं समस्याओं से संबंधित 17 मांगे उठाई गई है।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य महासचिव अनुराग सक्सेना में कहा कि जहां पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, प्याज, टमाटर, सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं मजदूर का वेतन घटता जा रहा है। जिससे मजदूरों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
सीटू के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद कामरेड तपन सेन ने केंद्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि आज की स्थिति में सरकार के हमले के खिलाफ संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार लेबर कोड लागू करने की तरफ बढ़ती है तो हम पूरे देश में चक्का जाम व औद्योगिक हड़ताल करने को बाध्य होंगे। जिसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकारें पूरी तरह जिम्मेदार होगी।
प्रदर्शन के दौरान सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, महासचिव रामसागर, मुकेश कुमार राघव, राम स्वारथ, पूनम देवी, नरेंद्र पांडे, रामसागर, राजकरण सिंह, रामकिशन, टीकम सिंह, पारस रजक, हुकम सिंह, विकास कुमार, अमिचंद, मोहम्मद फिरोज, बृजभान सिंह, रणजीत तिवारी, हरी गुप्ता, सुखलाल, बलराम चौधरी सहित अन्य मौजूद रहें।