शामली। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शामली, विनय कुमार तिवारी ने आज बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए प्रेरणा निरीक्षण ऐप के माध्यम से जनपद के विकास क्षेत्र ऊन के तीन विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
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निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कार्यरत 01 प्रधानाध्यापक, 01 सहायक अध्यापिका और 02 शिक्षामित्रों में से केवल सहायक अध्यापिका श्रीमती अन्नू मुण्डीर उपस्थित मिलीं। एक सहायक अध्यापिका बाल्यकाल अवकाश पर थीं। शिक्षामित्र रेखा चौधरी बिना स्वीकृत अवकाश के अनुपस्थित पाई गईं। शिक्षामित्र हरेन्द्र सिंह, उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर विद्यालय से अनुपस्थित मिले।
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सीडीओ ने दोनों शिक्षामित्रों का मानदेय काटने और उनके विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। विद्यालय में 16 नामांकित छात्रों के सापेक्ष 13 छात्र-छात्राएं उपस्थित मिले, लेकिन कोई भी निर्धारित विद्यालय ड्रेस में नहीं था। इस पर प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया। कक्षा-कक्ष निरीक्षण में अध्ययन स्तर असंतोषजनक पाया गया। अध्यापकों को कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
मिड-डे मील निरीक्षण में मेन्यू के अनुसार दाल-चावल बनते पाए गए। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र न होने और पुष्टाहार न मिलने की शिकायत की, जिस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई। यहाँ कुल 05 सहायक अध्यापक, 01 शिक्षामित्र और 01 अनुचर कार्यरत मिले।
सहायक अध्यापिका श्रीमती अमरीता सैनी बाल्यकाल अवकाश पर एवं श्रीमती अंजू सैनी मेडिकल अवकाश पर थीं। अन्य सभी उपस्थित मिले। 165 नामांकित छात्रों के सापेक्ष 85 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कक्षा-कक्ष निरीक्षण में अध्ययन स्तर असंतोषजनक पाया गया, जिस पर संबंधित अध्यापकों को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए गए। मिड-डे मील निरीक्षण में मेन्यू से इतर कढ़ी-चावल बनते पाए गए, जबकि मेन्यू के अनुसार दाल-चावल बनना था। इस लापरवाही के लिए प्रभारी अध्यापक को चेतावनी देने के निर्देश भी दिए गए।
निरीक्षण के समय विद्यालय में 03 सहायक अध्यापक और 01 शिक्षामित्र उपस्थित मिले। कुल 60 नामांकित छात्रों में से 40 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कक्षा-कक्ष निरीक्षण में अध्ययन स्तर संतोषजनक पाया गया। मिड-डे मील में मेन्यू के अनुसार दाल-चावल का वितरण भी सही पाया गया। निरीक्षण के समय जिला समन्वयक (एमडीएम) जितेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे।