शामली। जनपद में एक अनोखी और दिलचस्प घटना सामने आई है। शहर माजरा रोड नई बस्ती के स्थानीय लोगों ने एक अनोखी परंपरा निभाते हुए गली के प्रिय कुत्ते के निधन पर विधि-विधान से रस्म तेहरवीं आयोजित की। यह कुत्ता जिसे सभी लल्लू नाम से जानते थे। वह पिछले 14 वर्षों से इलाके में रह रहा था और सभी का दुलारा था।
दरअसल मामला शहर के माजरा रोड नई बस्ती में एक कुत्ता रहता था, जिसको सभी लल्लू नाम से पुरकारते थे। गत दो दिन पूर्व लल्लू की बीमारी के चलते मौत हो गई। जिससे पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। मोहल्लेवासियों ने विधि विधान के साथ लल्लू की शव यात्रा निकाली और शहर के रेलवे फाटक के निकट उसको दफनाया गया। कुत्ते लल्लू की मोहल्ले में स्थित गुरूधाम आश्रम में रस्म तेहरवी का आयोजन किया गया। जिसमें पंडित राजू शर्मा ने विधि विधान से यज्ञ कराया, जिसमें मोहल्लेवासियों ने आहुति प्रदान की। सभी मौहल्लेवासियों ने मिलकर कुत्ते की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की और उसके चित्र पर फूल चढ़ाए।
विजयपाल ने कहा कि लल्लू सिर्फ एक कुत्ता नहीं था,वह हमारे परिवार का हिस्सा था। उसकी याद हमेशा हमारे दिलों में रहेगी। इस रस्म ने यह साबित किया कि जानवरों के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव समाज में कितना गहरा है। स्थानीय समुदाय ने इस अनूठी घटना के माध्यम से संवेदनशीलता और सहानुभूति का एक उदाहरण पेश किया।
इस मौके पर इलाके के बच्चों ने भी उसके पसंदीदा टोकरी और खिलौने उसके पास रखे। स्थानीय निवासी डा. गुरबीरत कौर, राम महेशानंद, तीढीनाथ महाराज, प्रमोद कश्यप, केला देवी, सरोज, अशोक, मुकेश देवी, अनीता देवी, कमलेश देवी, दिनेश शर्मा, धर्मपाल, विनोद शर्मा, धर्मपाल, मिंटू उपाध्याय मौजूद रहे।