बागपत। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में कर करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की नवंबर माह की मासिक समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने प्रगति के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से कर करेत्तर, वाणिज्यकर, स्टाम्प एवं निबन्धन, आबकारी, परिवहन, ऊर्जा, नगर विकास, वन विभाग, खनन, कृषि विपणन/ मंडी समिति, आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कर करेत्तर एवं लक्ष्य के सापेक्ष वसूली के सम्बन्ध में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि लम्बित राजस्व वादों का शीघ्र सुनवाई करके निस्तारण किया जाए। जिलाधिकारी ने भूलेख में बागपत बड़ोद खेकड़ा तहसील की अच्छी स्थिति नहीं होने पर तीनों तहसीलदारों को चेतावनी देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा जो कार्य नहीं करेगा उसे पर कार्यवाही की जाएगी। अधिकारी अपने कार्यों के सापेक्ष अपने विवेक बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए अच्छा कार्य करें। उन्होंने कहा सभी विभाग लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करना सुनिश्चित करें अमीन को वसूली के लिए क्षेत्र में भेजा जाए और तहसीलदार भी स्वयं क्षेत्र में निकले जिससे कि राजस्व बढ़ सके।
उन्होंने आबकारी विभाग से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रगति अच्छी नहीं है। हरियाणा की तरफ से आने वाली शराब पर पैनी नजर रखी जाए और बसों में चेकिंग अभियान चलाया जाए। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी को 31 दिसंबर तक 25 वस चेक करने के निर्देश दिए और कहा कि शराब माफियाओं पर कार्यवाही की जाए। उन्होंने वाणिज्य विभाग को प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्टाम्प वाद, राजस्व संहिता के अविवादित वरासत, अविवादित दाखिल खारीज, तालाब, आवासीय भूमि, कृषि भूमि,चकमार्ग तथा सार्वजनिक उपयोग की भूमि में अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली का लक्ष्य शतप्रतिशत पूरा किया जाये। जिलाधिकारी ने मंडी सचिव बड़ौत के शमन शुल्क में अच्छी स्थिति नहीं होने पर उन्हें कड़ी चेतावनी दी और 31 दिसंबर तक कर चोरी प्रकरण में कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने समस्त तहसीलदारों को निर्देश दिए कि बड़े बकायेदारों की मोहल्ला अनुसार मुनादी कराई जाए कि इस गांव का सबसे बड़ा बकायदा इस मोहल्ले में रहता है जो सरकार द्वारा लिया गया धन जमा नहीं कर रहा है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी महावीर सिंह, समस्त एसडीएम, तहसीलदार सहित जिलास्तरीय अधिकारी अधिकारी उपस्थित रहे।