सहारनपुर। सहारनपुर में मां शाकंभरी विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सूबे की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अब बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं रह गया,अब सोच और नजरिया दोनों बदल रहे हैं, बेटियां अब हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र- छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त कर हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
सूबे की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल आज सहारनपुर जनपद के मां शाकंभरी विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में पहुंची थी। उन्होंने जनमंच सभागार में मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने की प्रेरणा देकर उनका हौसला भी बढ़ाया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अब बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं रह गया है। पहले ऐसा देखा जाता था कि ज्यादातर परिवार सोचते थे कि बेटी तो दूसरे घर की हो जाएगी और बेटा वंश चलाएगा। परिवार अपने बेटों की पढ़ाई पर ही ज्यादा ध्यान देते थे और बेटियों की शिक्षा पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता था। मगर अब देश में परिवर्तन आ गया है। उन्होंने कहा कि बेटियां भी हर क्षेत्र में आगे निकल रही है।
इसके साथ ही उन्होंने छात्र-छात्राओं को कहा कि अपने लक्ष्य को निर्धारित करें जिससे हर क्षेत्र में उन्हें कामयाबी मिले और वह विश्व पटल पर चमके। साथ ही अपने बड़ों, गुरुओं, माता-पिता का सम्मान करें। दीक्षांत समारोह के दौरान मुख्य अतिथि महासचिव भारतीय विश्व विद्यालय संघ की प्रोफेसर पंकज मित्तल, विशिष्ट अतिथि मंत्री उच्च शिक्षा योगेंद्र उपाध्याय, राज्य मंत्री उच्च शिक्षा रजनी तिवारी, कुलपति प्रोफेसर हृदय शंकर सिंह, कुलसचिव वीरेंद्र कुमार मौर्य सहित समाज के सम्मानित लोग मौजूद रहे।