वाराणसी। रामचरितमानस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की बयानबाजी को लेकर मामला शांत नहीं हो रहा है।
उनके बयान से लोगों ने रविवार को वाराणसी से सोनभद्र जाते वक्त स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर काली स्याही और काला झंडा फेंका।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने विरोध जताने वालों को रोकने की कोशिश की। लड़कों ने रामचरित मानस पर स्वामी की टिप्पणी का विरोध जताया। लेकिन वह सफल नहीं हुए।
मिर्जापुर के लिए निकलने से पहले स्वामी प्रसाद ने वाराणसी में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस के विवादित अंश को संशोधित किया जाए या प्रतिबंधित किया जाए। मैं आज भी उस बयान पर टिका हूं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भी अवगत करा दिया गया है।
स्वामी प्रसाद ने कहा कि आप लोगों को किसने बताया कि हमने रामचरित मानस का विरोध किया। एक चौपाई का विरोध करना रामचरित मानस का विरोध नहीं हुआ। हमने रामचरित मानस की कोई प्रति नहीं जलाई।