मुजफ्फरनगर। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा, जनपद मुजफ्फरनगर के बैनर तले आज प्रदेश के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर के माध्यम से भेजा गया, जो अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) नरेन्द्र बहादुर सिंह को सौंपा गया।
ज्ञापन में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष कार्तिक काकरान और जिला मंत्री ऋषभदेव शर्मा समेत सैंकडों युवाओं ने समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव द्वारा मठाधीशों, संतों और महात्माओं को माफिया कहे जाने पर कडी आपत्ति जताई गई। जिला मंत्री ऋषभदेव शर्मा ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी असहनीय एवं बर्दाश्त करने के काबिल नहीं हैं, उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग माननीय राज्यपाल से की है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की इस टिप्पणी से हिन्दू समाज बुरी तरह से आहत हुआ है और इस तरह का बयान अखिलेश यादव की संकीर्ण मानसिकता को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव शायद यह भूल गये हैं कि हमारे संत, महात्मा, धर्माचार्य और सनातन धर्म की रक्षा करने तथा विश्व में भाईचारा बनाने का संदेश सदियों से देते आये हैं। अखिलेश यादव यदि कह रहे हैं कि मठाधीशों और माफियाओं में अंतर नहीं है, तो वह उनकी संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है और वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि हम अखिलेश यादव के इस बयान का घोर निंदा करते हैं। ज्ञापन देने वालों में युवा मोर्चा भाजपा के जिलाध्यक्ष कार्तिक काकरान, जिला मंत्री ऋषभदेव शर्मा, जिला महामंत्री युवा मोर्चा भाजपा श्याम रहेजा, जिला महामंत्री युवा मोर्चा भाजपा रजत त्यागी, निखिल शर्मा, मान, प्रतीक शर्मा, आशीष कश्यप, विशाल कश्यप, विक्रांत नामदेव, राहुल राणा आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
ज्ञातव्य है कि कर्मठ एवं सक्रिय नेता ऋषभदेव शर्मा युवा हैं और जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम सरवट के पूर्व प्रधान स्वामी श्रीभगवान आश्रम जी महाराज के बेटे हैं, जो बहुत ही सक्रियता से भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा में एक युवा की हैसियत से सराहनीय कार्य कर रहे हैं।