उन्नाव। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार का सहर्ष स्वीकार करते हुये कहा कि इस सबक से ‘इंडिया’ गठबंधन और मजबूत बन कर उभरेगा।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने बुधवार को कहा कि तीन राज्यों के जो चुनाव परिणाम आये हैं उससे इंडिया गठबंधन को बहुत बड़ा सबक मिला है। इस सबक से इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा। इंडिया गठबंधन ने जो कमियां छोड़ रखी थी, उनको 2024 के लोकसभा चुनाव में नहीं होने देंगे। देश की जनता परिवर्तन चाहती है और इन पांच राज्यों के चुनाव में जनता का परिवर्तन का मूड दिखाई पड़ रहा है जो भाजपा सरकार के लिए चिंता का विषय है। जनता जब प्रदेशों में परिवर्तन कर रही है तो केंद्र की सरकार का भी परिवर्तन निश्चित है।
उन्नाव बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सतीश कुमार शुक्ल द्वारा आयोजित अधिवक्ता संवाद में शिरकत करते हुये रालोद नेता ने कहा कि भाजपा सरकार को इस देश के किसानों, गरीबों और नौजवानों की चिंता नहीं है। भाजपा ने देश के उद्योगपतियों का 15 लाख करोड़ रुपये का बैंक कर्ज माफ़ कर दिया मगर किसानों का दो लाख करोड़ रुपये का बैंक कर्ज माफ़ करने की ज़रूरत नहीं समझी। इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह देश के किसानों का सारा बैंक कर्ज माफ़ करने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा की रालोद किसानों की दुर्दशा और बदहाली से मुक्ति के लिए, एमएसपी पर कानून एवं गन्ना किसानों की समस्याओं के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। प्रदेश के किसानों को गन्ने व धान का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल लगातार संघर्ष जारी रखे हुए है लेकिन सरकार अपने आँख कान बंद किये हुए है।