नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि पर्यावरण संबंधी मामलों में वैश्विक स्तर पर भारत विकासशील देशों की आवाज बना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज दुनिया ने भारत की क्षमता को न केवल पहचाना है बल्कि स्वीकार भी किया है। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली घोषणा के तहत ‘हरित विकास’ की प्रस्तावित अवधारणा को दुनिया ने स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का कद विश्व में ऊंचा हुआ है।
भूपेन्द्र यादव ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चंद्रयान मिशन से हमने दुनिया को दिखा दिया कि हमारी क्षमता क्या है। इसके साथ चंद्रयान मिशन से दुनिया को यह भी बताया कि न्यूनतम बजट में हम चांद तक पहुंच सकते हैं। भारत मिशन चंद्रयान चला कर अपनी क्षमताओं को सिद्ध कर चुका है। भारत ने कम वित्तीय बजट 615 करोड़ रुपये में सफल चंद्रयान मिशन करके दिखाया है। इसके साथ कोरोना महामारी में भारत के प्रबंधन को दुनिया ने सराहा है। विश्व बैंक के अनुसार भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट को 6.3 प्रतिशत के हिसाब से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर भी भारत ने विश्व के सामने अपनी बात मजबूती से रखी है। भारत तेजी से विकास की ओर अग्रसर होते हुए पर्यावरण के लक्ष्यों को भी साधने में कामयाब रहा है। संसद में विपक्षी सांसदों को निष्कासन के प्रश्न पर यादव ने कहा कि विपक्ष को नकारात्मक राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए। विपक्षी दलों में निराशा और हताशा है।