नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार के बड़े सुधारों की वजह से भारतीय बैंक वैश्विक स्तर पर मजबूत बैंकों में शामिल हैं। उन्होंने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्हाेंने कहा कि मजबूत बैंकिंग प्रणाली अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कई वैश्विक कंपनियां और निवेशक भारत में निवेश की इच्छुक हैं।
प्रधानमंत्री माेदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मजबूत बैंकिंग प्रणाली औपचारिक अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है। उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग सेक्टर कठिन दौर से गुजर रहा था। लेकिन, अब इस क्षेत्र में वृद्धि हो रही है। मोदी ने कहा, ”जरा सोचिए हमारे बैंकिंग क्षेत्र की क्या हालत थी। कोई वृद्धि नहीं थी, कोई विस्तार नहीं था और (बैंकिंग प्रणाली में) कोई विश्वास नहीं था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे बैंक कठिन दौर से गुजर रहे थे…। हमने बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए कई बड़े सुधार किए। आज सुधारों की वजह से हमारे बैंक वैश्विक स्तर पर कुछ मजबूत बैंकों में शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मध्यम वर्ग, किसानों, घर खरीदने वालों, स्टार्टअप और एमएसएमई क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मजबूत बैंकिंग प्रणाली महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कहा जाता था कि खिलौने विदेश से आते हैं। आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि मेरे देश के खिलौने धूम-धाम से वैश्विक बाजारों तक पहुंच रहे हैं। उन्हाेंने यह भी कहा कि दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियां और निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं।
लगातार 11वीं बार 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास वैश्विक विनिर्माण का केंद्र बनाने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने राज्य सरकारों से निवेश आकर्षित करने के लिए नीतियां बनाने और सुशासन एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश को “डिजाइन इन इंडिया” और “डिजाइन फॉर द वर्ल्ड” पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय पेशेवरों को उभरते वैश्विक गेमिंग उद्योग का नेतृत्व करना चाहिए।