वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुणवत्ता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने यहां श्रीराम लक्ष्मी नारायण मारवाड़ी हिंदू अस्पताल में डायलिसिस विभाग का शुभारंभ करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के स्तर पर सभी 75 जनपदों में डायलिसिस की सुविधा किसी न किसी अस्पताल में प्रारंभ की गई है। सरकार निःशुल्क उपचार कराती है। बदले में संचालित करने वाले को प्रति डायलिसिस एक हजार रुपये उपलब्ध कराये जाते हैं।
उन्होंने कहा, “पैसा बहुत महत्व नहीं रखता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुणवत्ता को जरूर ध्यान में रखें।”
सीएम ने अस्पताल में डायलिसिस सुविधा प्रारंभ करने के लिए ट्रस्ट के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों का हालचाल भी जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी में 108 वर्ष से जनता-जनार्दन की सेवा के लिए समर्पित यह अस्पताल सेवा भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है। चैरिटी क्षेत्र में इतने लंबे समय तक कार्य करना सामान्य बात नहीं है।
सीएम योगी ने कहा कि 1916 काशी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना का वर्ष है। यह भारतीय स्थापत्य, ज्ञान परंपरा, अभियांत्रिकी, भारत की आयुष व आधुनिक चिकित्सा पद्धति को लेकर मालवीय जी के सपनों को साकार करने वाला केंद्र है, जो देश-दुनिया को आकर्षित करता है। इस वर्ष महात्मा गांधी काशी आए थे और बाबा विश्वनाथ मंदिर का दर्शन किया। इसी वर्ष यहां हिंदू अस्पताल भी प्रारंभ हुआ। उस समय संस्थापकों ने जिस भाव के साथ चैरिटी हॉस्पिटल प्रारंभ किया था, उसी भावना के अनुरूप आज भी यह कार्य होना स्वागत योग्य है।
सीएम योगी ने कहा कि आधुनिक खान-पान और प्रदूषण के बढ़ते दुष्प्रभाव, रासायनिक कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग और खानपान की सभी वस्तुओं में मिलावट की हद से अधिक सीमा व्यक्ति के ऑर्गन (किडनी, हर्ट, लंग्स) को प्रभावित कर रही है। युवा शुगर और ब्लड प्रेशर से पीड़ित हो रहे हैं। ऐसी स्थितियों में 500 रुपये में डायलिसिस की सुविधा देना चैरिटी का उत्कृष्ट उदाहरण है।