नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन के मेटा और अल्फाबेट को लिखे पत्र के अगले दिन शुक्रवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह एक दिव्य सत्य है कि सत्तारूढ़ सरकार सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रही है।
अधीर रंजन चौधरी ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा, ”यह सत्य है कि सत्तारूढ़ शासन सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहा है। निश्चित रूप से जो लोग उस मीडिया के प्रभारी हैं, उन्हें सूचित किया जाना चाहिए और तदनुसार हमारे विचार उन तक पहुंचाए गए हैं।”
चौधरी की यह टिप्पणी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) पार्टियों के गुरुवार को मेटा के मार्क जुकरबर्ग और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को लिखे पत्र के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे भारत में सामाजिक असामंजस्य को बढ़ावा देने और सांप्रदायिक नफरत भड़काने के दोषी हैं। इसने सत्तारूढ़ पार्टी के कंटेंट को बढ़ावा देने के दौरान अपने मंच पर विपक्षी नेताओं की कंटेंट को एल्गोरिथम मॉडरेशन और दबाने का भी आरोप लगाया।
इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने दोनों कंपनियों को चेतावनी भी दी कि 2024 में आगामी राष्ट्रीय चुनावों को देखते हुए उसे इन तथ्यों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और तुरंत सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत में मेटा और अल्फाबेट का संचालन तटस्थ रहे, और इनका उपयोग जानबूझकर या अनजाने में सामाजिक अशांति पैदा करने या भारत के बहुप्रतीक्षित लोकतांत्रिक आदर्शों को विकृत करने के लिए न किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद चौधरी ने कहा, ”निश्चित तौर पर भारत पर हमला हुआ। हमारी संसद पर ही आतंकवादियों ने हमला किया था और देश सत्ता के साथ खड़ा था और हमने उसका मुकाबला किया। यह तो हर कोई जानता है। मुद्दा यह है कि संसद और संसदीय लोकतंत्र, शिष्टाचार प्रोटोकॉल और प्रथाओं को अक्षरश बनाए रखा जाना चाहिए। यही हमारा विचार है।”