मोरना। पर्यावरण में प्रदूषण आज गम्भीर समस्या के रूप में तेज़ी से बढ़ रहा है। प्रदूषण के कारण आम आदमी के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है व प्राणघातक बीमारियों के बढऩे की आशंका पैदा हो गयी है। शिकायत के बावजूद गुड़ कोल्हुओं में भारी मात्रा में पॉलिथीन को जलाकर हवा को दूषित किया जा रहा है, तो वहीं कोल्हू से निकलने वाली गर्म राख को सड़क किनारे डाला जा रहा है।
कोल्हू संचालकों द्वारा सड़क किनारे राख के बड़े बड़े ढ़ेर लगा दिये गये हैं, जिससे सड़क किनारे खड़े हरे वृक्ष जलकर सूख रहे हैं। पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।
ककरौली क्षेत्र के गांवों में स्थित गुड़ कोल्हुओं में पॉलिथीन को धड़ल्ले से जलाया जा रहा है। कोल्हूओं की चिमनी से निकलता काला धुआँ चारो ओर वातावरण में फैल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार कोल्हू में पॉलिथीन जलने की दुर्गन्ध से उनका जीना मुहाल हो गया है।
रात के समय विषैले धुएं की परत आकाश में जम जाती है। जिससे तेज खाँसी होने लगती है।श्वांस के मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासन इस कोई ध्यान नही दे रहा है।
वहीं मोरना-भोपा मार्ग पर गांव ककराला में कोल्हू संचालकों द्वारा कोल्हू की गर्म राख को सड़क किनारे डालकर बड़े बड़े
ढ़ेर लगा दिये गये हैं। गर्म राख से सड़क किनारे खड़े हरे वृक्ष जलकर सूख रहे हैं। गर्म राख से हरियाली को भारी नुकसान हो रहा है।
पर्यावरण को दिन रात हो रहे भारी नुकसान के बावजूद प्रशासन कार्रवाई को लेकर मूक दर्शक बना हुआ है। कार्रवाई न होने से कोल्हू संचालकों के हौंसले बढे हुए हैं तथा कोल्हू संचालकों द्वारा लगातार पर्यावरण को दूषित किया जाना जारी है।