जयपुर। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर जयपुर के बहरोड़ क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली फल-सब्जी मंडी का शिलान्यास और भूमि पूजन किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने और सामाजिक न्याय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। भूपेंद्र यादव ने फल-सब्जी मंडी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका विस्तार किसानों और व्यापारियों के हित में होगा। हम इस मंडी को पूर्ण रूप से विस्तारित करेंगे ताकि किसानों को अधिक लाभ मिले और व्यापारियों को दुकानें खोलने का अवसर प्राप्त हो।
राजस्थान की इस मंडी को ई-नाम मंडी से भी जोड़ा गया है, जिससे किसानों को बड़ा बाजार उपलब्ध होगा। मंच से बहरोड़ क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने क्षेत्र की तीन प्रमुख मांगों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बहरोड़ में बस स्टैंड और केंद्रीय विद्यालय की मांग के मापदंड पूरे हो चुके हैं। जल्द ही इनका भी भूमि पूजन होगा। इसके अलावा, इंदिरा कॉलोनी कट पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर मैं बहरोड़ विधायक डॉ. जसवंत सिंह यादव को दिल्ली बुलाकर केंद्रीय परिवहन मंत्री से मुलाकात करवाऊंगा ताकि यह मांग भी पूरी हो। मैं भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बहरोड़ को विकास के नए आयामों तक ले जाएंगे।” इस अवसर पर बहरोड़ विधायक डॉ. जसवंत सिंह यादव ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की सराहना करते हुए कहा, “भूपेंद्र यादव प्रधानमंत्री मोदी की टीम के महत्वपूर्ण सदस्य हैं।
उनका आशीर्वाद बहरोड़ क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है। लोकसभा चुनाव में बहरोड़ की जनता ने भाजपा को अपार समर्थन दिया था और अब उसका लाभ क्षेत्र को विकास के रूप में मिल रहा है।” केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “आज बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती है। उनके संविधान निर्माण में अभूतपूर्व योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार संविधान के माध्यम से सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने बाबा साहेब से जुड़े पांच प्रमुख स्थलों को ध्यान में रखते हुए उनके नाम से अंबेडकर केंद्र स्थापित किया गया है। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने हिस्सा लिया। इस मंडी के निर्माण से न केवल किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापारियों को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। यह परियोजना बहरोड़ के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी।