नई दिल्ली। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार के नामों की घोषणा अभी तक नहीं की है। दोनों सीटें लंबे समय से गांधी परिवार का गढ़ रही हैं।
इसी बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने का अधिकार दिया है। पार्टी अध्यक्ष अगले 24 घंटे में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकते हैं।
खासतौर पर पार्टी ने अब तक इस बात पर चुप्पी साध रखी है कि गांधी परिवार के दो गढ़ अमेठी और रायबरेली का प्रतिनिधित्व कौन करेगा? बता दें कि कुछ दिनों पहले रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी अमेठी से पार्टी के संभावित उम्मीदवार के तौर पर सामने आया था।
इसी बीच दो प्रतिष्ठित सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी साल 2019 तक अमेठी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल गांधी को एक बार फिर से इस सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। वह 2004 से इस सीट से लगातार तीन बार सांसद भी रहे हैं। 2019 के चुनाव में उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों करारी हार मिली थी, जिसके बाद पार्टी अमेठी से राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर दुविधा में है। फिलहाल राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं।
वहीं, सोनिया गांधी के सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के बाद रायबरेली सीट को लेकर भी सस्पेंस लगातार बना हुआ है। माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा इस सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती हैं, इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) इंडी गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस उत्तर प्रदेश की 80 में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि, सपा 62 और टीएमसी एक सीट पर मैदान में है।