मेरठ। संयुक्त किसान मोर्चा की एक सभा हुई। जिसमें प्रतिनिधियों ने कॉर्पोरेट समर्थक चार श्रम संहिता को रद्द करने, निजीकरण पर रोक लगाने और अन्य मांगों को लेकर 20 मई 2025 को केंद्रीय श्रमिक संगठनों (सीटीयू) द्वारा बुलाए गए श्रमिकों की अखिल भारतीय आम हड़ताल का समर्थन करने का फैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा 20 मई को श्रमिकों के अखिल भारतीय आम हडताल का समर्थन करेगा। किसान इस दिन तहसील स्तर के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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भारत पर अनुचित व्यापार शर्तों को लागू करने के खिलाफ किसानों से 23 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप, जेडी वेंस, नरेंद्र मोदी के पुतलों को जलाने का आह्वान। संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब में “आप” के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा किसानों के विरोध पर दमन की कड़ी निन्दा की। संयुक्त किसान मोर्चा ने देश-भर के किसानों और कृषि श्रमिकों से सामान्य हड़ताल का समर्थन करने और तहसील स्तर के विरोध प्रदर्शनों को आयोजित करने के लिए बड़े पैमाने पर एकजुट होने का आह्वान किया। विरोध प्रदर्शनों को स्वतंत्र रूप से किसानों की मांगों के साथ-साथ श्रमिकों के साथ समन्वय में उनकी मांगों को लेकर आयोजित किया जाएगा। विरोध के रूप को स्थानीय स्तर पर तय किया जाएगा।
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श्रमिकों की मांगों का समर्थन करने के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा कानूनी रूप से गारंटीकृत खरीद के साथ सी2+50% की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य, ऋण माफी, एनपीएफएएम की वापसी, भारत-यूएस द्विपक्षीय व्यापार समझौते के माध्यम से अमेरिकी साम्राज्यवाद से सामने किसानों के हितों को आत्मसमर्पण न करने, मनरेगा में 200 दिनों के काम और 600 रुपये दैनिक मजदूरी की गारंटी, कृषि श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा और 10,000 रुपये मासिक पेंशन, योजना श्रमिकों की नियमितीकरण, प्रवासी श्रमिकों और काश्तकार किसानों के अधिकार को लेकर प्रदर्शन करेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा ने चार श्रम कोड को लागू करने की कोशिश के लिए मोदी सरकार की तीखी आलोचना की। जो श्रमिकों के न्यूनतम मजदूरी, आठ घंटे काम, संगठित होने के अधिकार, और श्रमिक कल्याण को खत्म करता है। संयुक्त किसान मोर्चा श्रम संहिताओं के खतरे और कॉर्पोरेट ताकतों के सामने आरएसएस-भाजपा गठबंधन के घोर आत्मसमर्पण के बारे में किसानों के बीच एक विशेष अभियान चलाएगा।
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आम सभा ने निजीकरण और प्रीपेड स्मार्ट मीटर के खिलाफ 26 जून 2025 को बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों की हड़ताल को समर्थन और एकजुटता बढ़ाने का फैसला किया। एसकेएम ने सभी उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की अपनी मांग दोहराई। एसकेएम इकाइयां कल 23 अप्रैल 2025 को भारत पर अनुचित व्यापार शर्तें थोपने और अमेरिकी कृषि उत्पादों को भारत में डंप करने के लिए अमेरिकी द्वारा मोदी सरकार पर दबाव बनाने के प्रयासों के खिलाफ ट्रंप, मोदी और वेंस के पुतले जलाएंगी। इसका उद्देश्य अमेरिकी खाद्य शृंखलाओं, व्यापारियों और कृषि व्यवसाय निगमों को भारत में व्यापार करने की अनियंत्रित स्वतंत्रता देना है। आम सभा की अध्यक्षता हन्नान मोल्लाह और दर्शन पाल और बदगलपुर नागेंद्र ने की।