लखनऊ। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के बीच हुई मुलाकात सफल साबित हुई। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने उन्हें भरोसा दिलाया कि दिल्ली के मामले में केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ वे उनका साथ देंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की उपस्थिति में हुई बैठक के बाद सपा मुख्यालय में एक प्रेसवार्ता के दौरान इस मामले में केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा गया।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि आठ साल की कोर्ट की लड़ाई के बाद इस साल 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि दिल्ली की सारी संवैधानिक शक्तियां व प्रशासनिक अधिकार चुनी हुई सरकार के पास होनी चाहिए। इस फैसले और दिल्ली के लोगों को अधिकार दिलाने के लिए हमें आठ साल लगे, लेकिन केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को केवल अगले आठ दिनों में पलट दिया। उन्होंने 19 मई को उस आदेश पर एक अध्यादेश जारी कर रोक लगा दी। यह अध्यादेश जब संसद में आएगा तो लोकसभा में भाजपा को पूर्ण बहुमत के चलते समर्थन मिल जाएगा, लेकिन राज्यसभा में उनकी संख्या पूरी नहीं हैं। इस अध्यादेश को सभी विपक्षी दल मिलकर गिरा सकते हैं। यह आदेश गिरा दिया गया तो यह मान लीजिए कि आने वाले लोकसभा चुनाव का सेमी फाइनल पूरा हो गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यसभा में इनका अध्यादेश खारिज जाता है तो पूरे देश में इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा और मोदी सरकार फिर कभी नही आएगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ दिल्ली के लोगों की नहीं है, ये लड़ाई देश की 140 करोड़ जनता की है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में वैसे तो लोकतंत्र की दुहाई देती है लेकिन यहां अध्यादेश लाकर चुनी हुई सरकारों पर कुल्हाड़ी चलाई जाती है। अगर भाजपा की सरकार चुनाव से न बने तो यह लोग खरीद-फरोख्त कर सरकार बना लेते हैं। या फिर अपने राज्यपालों के जरिए चुनी हुई सरकारों को काम नहीं करने देते हैं। उन सभी राज्यों में जहां भाजपा की सरकारें नहीं हैं, राजभवन तंग करने के अड्डे बन गए हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अध्यादेश के खिलाफ आआपा को समर्थन का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यह अध्यादेश पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आपकी सरकार शिक्षा और स्वास्थय के क्षेत्र में जो अच्छा काम कर रही है, वह भाजपा को रास नहीं आ रहा है। उन्हें डर है कि दिल्ली की जनता कहीं उन्हें साफ न कर दे, इसलिए यह अध्यादेश लाए हैं।
पत्रकार वार्ता के दौरान, शिवपाल सिंह यादव, नरेश उत्तम पटेल, आआपा सांसद संजय सिंह, दिल्ली की मंत्री आतिशी समेत कई नेतागण मौजूद रहे।