खतौली-कस्बे के प्रतिष्ठित लाल दयाल पब्लिक स्कूल में सोमवार को उस समय सनसनी फैल गई जब स्कूल के संस्थापक और क्षेत्रीय विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजबीर सिंह वर्मा उर्फ टीटू पर उनके कार्यालय में पूजा के दौरान आधा दर्जन युवकों ने जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल वर्मा को पुलिस ने तत्काल सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल और फिर मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनका इलाज जारी है और स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
हमले की पृष्ठभूमि में पुराना विवाद
जानकारी के अनुसार, राजबीर सिंह वर्मा और स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती ममता दत्त शर्मा के बीच लंबे समय से प्रबंधन को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि प्रधानाचार्या द्वारा विद्यालय में मनमानी की जा रही थी, जिसके खिलाफ राजबीर सिंह वर्मा ने शनिवार को तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान प्रशासन से शिकायत की थी।
वर्मा ने स्कूल से जुड़े सभी अभिभावकों को एक पत्र भेजकर उनसे आग्रह किया था कि वे स्कूल में बच्चों की फीस केवल स्कूल के खाते में ऑनलाइन जमा कराए और उसकी रसीद ले,किसी को नकद न दे क्योंकि स्कूल के कर्मचारी आशीष और शबा आदि वो फीस स्कूल में जमा नहीं कर रहे है जो अजय जनमेजय ने जब स्कूल के खाते की जांच की तो यह मामला पकड़ में आया है ।दोनों कर्मचारी ममता के बहुत नजदीकी बताए जाते है जिससे इस चिट्ठी से भी ममता बिगड़ी हुई थी ।
सोमवार सुबह भी वर्मा ने थाना पहुंचकर ममता शर्मा पर विद्यालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज निकाल ले जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी जिस पर कोतवाल ने ममता शर्मा को भी उनका पक्ष बताने के लिए थाने बुलाया था ।
थाने से लौटने के बाद वर्मा स्कूल के कार्यालय में स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे, इसी दौरान महिला पीटीआई शिक्षिका उनके कार्यालय में गईं और कुछ ही सेकंड में बाहर निकल आईं।
प्रत्यक्षदर्शियों और CCTV फुटेज के अनुसार, पीटीआई शिक्षिका के बाहर निकलते ही पाँच छह युवक कार्यालय में घुसे और वर्मा पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्हें गंभीर हालत में प्राथमिक अस्पताल लाया गया, जहां से मेरठ रेफर किया गया। हमला इतने सुनियोजित ढंग से हुआ कि पुलिस को आशंका है कि इसमें पूर्व नियोजित साजिश शामिल हो सकती है।
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सूचना पर कोतवाल बृजेश कुमार शर्मा तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल वर्मा को अस्पताल भिजवाया। सीओ रामाशीष यादव ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। कमरे में खून बिखरा मिला और सामान अस्त-व्यस्त था।
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प्रधानाचार्या और शिक्षिकाओं की ओर से पलटवार
उधर, हमले के कुछ ही देर बाद प्रधानाचार्या ममता दत्त शर्मा अन्य शिक्षिकाओं के साथ थाने पहुंचीं। उनके साथ मौजूद PTI शिक्षिका ने राजबीर सिंह वर्मा पर उनके कार्यालय में छेड़छाड़ और विरोध करने पर जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी और वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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हालांकि, पुलिस जांच में सामने आया है कि जिन शिक्षिका ने वर्मा पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है, वे केवल 10 सेकंड के लिए उनके कार्यालय में गई थीं और सामान्य स्थिति में बाहर निकलती दिख रही हैं। यही कारण है कि हमले को लेकर साजिश की गहराई से जांच की जा रही है।
पुलिस जांच और सियासी हलचल
पुलिस ने स्कूल में लगे CCTV कैमरों की DVR कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी बृजेश कुमार शर्मा ने कहा है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच हमले की खबर फैलते ही राजबीर सिंह वर्मा के समर्थक स्कूल और अस्पताल में जुटने लगे ,स्थानीय राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सांसद हरेन्द्र मलिक भी अस्पताल पहुंचे और वर्मा के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राजबीर सिंह वर्मा फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं जबकि दूसरी ओर पुलिस CCTV फुटेज और दस्तावेजों के आधार पर मामले की परतें खोलने में लगी है। विद्यालय प्रशासनिक संकट और सियासी हलचलों के बीच फंसा हुआ नजर आ रहा है।