नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि वह सात तरह की मुफ्त चीजें बांटते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री उनसे नाराज रहते हैं।
केजरीवाल ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं कहता हूं हां, मैं मुफ्त चीजें बांट रहा हूं। आपको क्या समस्या है? मैं सात प्रकार की मुफ्त सुविधाएं देता हूं: (1) मुफ्त बिजली, (2) विश्वस्तरीय स्कूल, (3) मुफ्त दवाएं, (4) मुफ्त पानी, (5) महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, (6) वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा और (7) हम युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। हमने 12 लाख युवाओं के रोजगार की व्यवस्था की है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने राज्य में 30,000 सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं और और अधिक प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि महंगाई है और वह (केजरीवाल) केवल मुफ्त चीजों के जरिए लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो गलत नहीं है।
केजरीवाल ने कहा कि महंगाई बढ़ती जा रही है, मगर लोगों की सैलरी जस की तस बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया, “वे (भाजपा) कहते हैं कि भगवान ने महंगाई बढ़ाई है, भगवान को ऐसा क्यों करना पड़ा? महंगाई सिर्फ इसलिए है, क्योंकि वे सरकारी धन लूट रहे हैं। मोदी अपने दोस्तों के बीच मुफ्त चीजें बांट रहे हैं। मोदी के एक दोस्त, जो मुंबई से हैं, ने 34,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, उनके गुजरात के एक अन्य मित्र ने 22,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया और मोदी ने उनका कर्ज माफ कर दिया।”
केजरीवाल ने कहा, “मोदी जनता से टैक्स वसूल रहे हैं और अपने दोस्तों का कर्ज चुका रहे हैं। मोदी ने अपने दोस्तों के लिए 11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। मोदी ने भ्रष्टाचार किया, मगर हमारे मंत्री मनीष सिसौदिया को जेल भेज दिया। उन्होंने नोटबंदी की, लेकिन इससे भ्रष्टाचार या आतंकवाद पर अंकुश लगाने में कोई मदद नहीं मिली। शिक्षित लोगों की कोई सरकार ऐसा नहीं करेगी।”
उन्होंने कहा कि मोदी ने दूध, छाछ, दही, चावल और तेल पर पर टैक्स लगा दिया, जो ब्रिटिश शासन के दौरान भी कर मुक्त थे।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पेट्रोल की कीमत 108 रुपये प्रति लीटर है। “एक लीटर पेट्रोल की वास्तविक कीमत 57 रुपये है और बाकी टैक्स है।”
उन्होंने कहा कि जहां मध्य प्रदेश की जनता ईमानदार है, वहीं मध्य प्रदेश के नेताओं ने विभिन्न भ्रष्टाचार घोटालों के कारण राज्य को बदनाम किया है। कहा जा रहा है कि एमपी वही राज्य है जहां व्यापमं घोटाला हुआ था।
केजरीवाल ने कहा, “जब दिल्ली में कांग्रेस का शासन था, तो लोग इसे राष्ट्रमंडल घोटाला राज्य, सीएनजी घोटाला राज्य और 2जी घोटाला राज्य कहते थे। इसे घोटाले की राजधानी के रूप में जाना जाता था। लेकिन आप सरकार आने के बाद हमने इसे एक नई पहचान दी है। अब लोग कहते हैं कि दिल्ली वह जगह है जहां मोहल्ला क्लिनिक हैं, विश्व स्तरीय स्कूल हैं, एक ऐसा राज्य है जहां बिजली कटौती के बिना मुफ्त बिजली है, और शुद्ध पानी है।”
केजरीवाल ने कहा कि जहां मध्य प्रदेश में बिजली की दरें बहुत ऊंची हैं, वहीं एमपी में 200 यूनिट बिजली का बिल 2000 रुपये है, जबकि दिल्ली और पंजाब में यह पूरी तरह से मुफ्त है। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों में लोगों को शून्य बिजली बिल मिल रहा है।
इससे पहले पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी रैली को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए लोगों से समर्थन मांगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हमें भाजपा का अहंकार तोड़ना है। पीएम के चलने का अंदाज देखिए। यह अहंकार को दर्शाता है। उन्होंने हमें डराने की कोशिश की है; हमें चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा गया था, लेकिन हम लड़ेंगे। झाड़ू राजनीति की गंदगी साफ करेगी।”