सिरसा। हरियाणा सरकार में पूर्व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की पेशकश को सही करार दिया है। उन्होंने कहा अच्छी बात है कि केजरीवील ने आरोप लगने के बाद इस्तीफा देने का ऐलान किया है उन्हें इससे पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। उन्होंने आगे इसे उनका निजी निर्णय बताते हुए सुझाव दिया कि अगर किसी पर मामला दर्ज हो जाए और कोर्ट अरेस्ट के आदेश जारी कर दे, तो इस्तीफा दे देना चाहिए था ताकि किसी भी जांच में उनकी संलिप्तता को लेकर उन पर कोई सवाल न उठे। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल हरियाणा की राजनीति में कदम रखते हैं, तो उनकी पार्टी को नुकसान हो सकता है।
बता दें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद रविवार (15 सितंबर) को अपने पद से दो दिन बाद इस्तीफा देने का ऐलान किया। उन्होंने पार्टी नेताओं संबोधित करते हुए कहा, “मैं जब जेल में था तो भाजपा वालों ने पूछा कि केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया है। इन्होंने विपक्ष के सभी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए। आज दिल्ली के लिए कितना कुछ कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। ये लोग हमारी ईमानदारी से डरते हैं, क्योंकि ये ईमानदार नहीं है।” इसके साथ ही चौटाला ने हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हो रही राजनीति पर भी राय रखी। अनिल विज के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा के बयान का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि अनिल विज भाजपा में सबसे वरिष्ठ नेता हैं और उनकी साफ-सुथरी छवि और सच्चाई के प्रति निष्ठा के कारण वे मुख्यमंत्री बनने के हकदार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि भाजपा अब हरियाणा में बहुत कमजोर हो गई है। भाजपा के उम्मीदवार चुनाव में प्रभावी नहीं हैं और सिरसा जिले में भाजपा के किसी भी उम्मीदवार की जीत की संभावना नहीं है। इसके बाद उन्होंने कहा कि रानियां में मैं , डबवाली में आदित्य चौटाला और ऐलनाबाद में मीनू बेनीवाल जैसा मजबूत उम्मीदवार नहीं हो सकता, लेकिन भाजपा ने रानियां, ऐलनाबाद और डबवाली में कमजोर उम्मीदवार उतारे हैं, ये अभय चौटाला के इशारे पर किया गया है।